Morena News : देश भर में 25 मई से नौतपा शुरू होने वाले हैं। उससे पहले ही सूरज के रौद्र रूप ने बेहाल कर दिया है। दोपहर में गर्म हवा के थपेड़ों से सड़कों पर आवाजाही करने वाले लू की चपेट में आ रहे हैं। जिसके कारण गर्मी के बुखार से चिकित्सालयों में मरीजों की संख्या दोगुनी हो गई है। गर्मी से बचने के लिये लोग ठण्डे पेय पदार्थों का सहारा ले रहे हैं। नौतपा के दौरान उच्चतम व न्यूनतम तापमान के बढने की प्रबल संभावना है। इसमें आंधी तूफान भी आने का अनुमान लगाया जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा लू व तेज गर्मी से बचने के लिये आम आदमी से सुरक्षित रहने की अपील की जा रही है।
अस्पताल में बढ़ी मरीजों की संख्या
मुरैना जिले में बीते एक सप्ताह से सूरज के तेवर लगातार तल्ख होते जा रहे हैं। तापमान में उछाल से आमजनजीवन बुरी तरह से प्रभावित हो रहा है। दोपहर में सड़कों पर आवाजाही कम हो गई है। कच्चे और पक्के मकान भट्टी की तरह तप रहे हैं। घरों में पंखे-कूलर से भी राहत नहीं मिल पा रही है। कई लोग गर्मी से राहत पाने के लिए घरों के बाहर और छतों पर पानी का छिड़काव कर रहे हैं। तेज गर्मी के कारण मजबूरीवश देर सुबह से देर शाम के बीच घर से बाहर आना लोगों की मजबूरी होती है। लोग सिर को ढककर बाहर निकल रहे हैं। गर्मी से राहत पाने के लिये लोग ठण्डे पेय पदार्थों की दुकानों पर एकत्रित हो रहे हैं। इसके बावजूद भी अचानक बढ़ी गर्मी से अधिकांश लोग पीड़ित हो गये हैं। जिला चिकित्सालय के मेडिकल ऑफिसर डा. योगेश तिवारी ने बताया कि चिकित्सालयों में गर्मी के बुखार व लू से पीड़ित मरीजों की संख्या निरंतर बढ़ रही है। जिला चिकित्सालय में मरीजों की संख्या लगभग दोगुनी हो गई है। गर्मी का बुखार कई वर्षों के बाद देखा गया है। जिसमें मरीज को ठीक होने में 4 से 5 दिन का समय लग रहा है। गर्मी से पीड़ित मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुये चिकित्सालय प्रबंधन द्वारा दवाईयों व ओआरएस की पर्याप्त व्यवस्था कर ली गई है।
डॉक्टर ने जानकारी देते हुए बताया कि मरीजों को दवाईयों के साथ ओआरएस घोल भी निरंतर पीने के लिये सलाह दी गई है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा आम आदमी से सुरक्षित रहने के लिये अपील की जा रही है कि अनावश्यक रूप से घर के बाहर न निकलें। आवश्यकतानुसार निकलने पर शरीर व सिर को ढककर बाहर निकले। इसके साथ ही गर्मी के मौसम में खाली पेट न रहे, पर्याप्त पानी व ठण्डे पेय पदार्थों का निरंतर सेवन करते रहे।
मुरैना से नितेन्द्र शर्मा की रिपोर्ट