हत्या के प्रयास और एससीएसटी मामले में फरार 5 हज़ार के इनामी को पुलिस ने किया गिरफ्तार

Gaurav Sharma
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मुरैना,संजय दीक्षित। पुलिस अधीक्षक अनुराग सुजानिया, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक डॉ हंसराज सिंह एवं सीएसपी सुधीर सिंह कुशवाहा के द्वारा आगामी होने वाले विधानसभा उपचुनाव को शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न कराने के लिए और हत्या के प्रयास में फरार इनामी बदमाशों की धरपकड़ के लिए विशेष अभियान चलाया जा रहा है।

इस अभियान में सराय छोला थाना पुलिस को मुखबिर द्वारा सूचना मिली कि हत्या के प्रयास और एससी-एसटी मामले में फरार ₹5000 का इनामी आरोपी बंटी गुर्जर अपने घर पर आया हुआ है ।इसी सूचना पर थाना प्रभारी जयपाल सिंह गुर्जर ने फोर्स को भेज कर नायक पुरा गांव में दबिश दी तो आरोपी पुलिस को देखकर भागने लगा।

पुलिस ने आरोपी का पीछा कर उसका नाम पता पूछा तो उसने अपना नाम अवधेश उर्फ बंटी गुर्जर पुत्र ओतार सिंह गुर्जर निवासी नायक पुरा का होना बताया है।आरोपी बंटी गुर्जर ने कुछ माह पूर्व राजकुमार जाटव पर अपने साथियों के साथ जान से मारने की नीयत से 12 बोर की अधिया से गोली मारी। जिससे वह घायल हो गया। आरोपी पर पुलिस अधीक्षक के द्वारा ₹5000 का इनाम घोषित किया गया था। उक्त कार्रवाई में थाना प्रभारी सराय छोला जयपाल सिंह गुर्जर एवं उनकी टीम की सराहनीय भूमिका रही


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पत्रकारिता पेशा नहीं ज़िम्मेदारी है और जब बात ज़िम्मेदारी की होती है तब ईमानदारी और जवाबदारी से दूरी बनाना असंभव हो जाता है। एक पत्रकार की जवाबदारी समाज के लिए उतनी ही आवश्यक होती है जितनी परिवार के लिए क्यूंकि समाज का हर वर्ग हर शख्स पत्रकार पर आंख बंद कर उस तरह ही भरोसा करता है जितना एक परिवार का सदस्य करता है। पत्रकारिता मनुष्य को समाज के हर परिवेश हर घटनाक्रम से अवगत कराती है, यह इतनी व्यापक है कि जीवन का कोई भी पक्ष इससे अछूता नहीं है। यह समाज की विकृतियों का पर्दाफाश कर उन्हे नष्ट करने में हर वर्ग की मदद करती है।इसलिए पं. कमलापति त्रिपाठी ने लिखा है कि," ज्ञान और विज्ञान, दर्शन और साहित्य, कला और कारीगरी, राजनीति और अर्थनीति, समाजशास्त्र और इतिहास, संघर्ष तथा क्रांति, उत्थान और पतन, निर्माण और विनाश, प्रगति और दुर्गति के छोटे-बड़े प्रवाहों को प्रतिबिंबित करने में पत्रकारिता के समान दूसरा कौन सफल हो सकता है।

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