मुरैना, संजय दीक्षित। मुरैना (Morena) में वन विभाग की एसडीओ श्रद्धा पांढ़रे ने दो दिन पहले महिला थाने में चल रहा निर्माणधिन चंबल का अवैध रेत पकड़ा था। उसके बाद बीती रात चंबल (Chambal) का रेत चोरी हो गया है। जिसका वरिष्ठ अधिकारियों और पुलिस के सामने वीडियो ग्राफ़ी भी करायी गयी थी। जिस समय रेत पकड़ा था, उस समय रेत की मात्रा 30 घन मीटर के करीब बतायी गयी थी। इतनी अधिक मात्रा में जब्त रेत को ले जाना संभव नहीं था। लिहाजा उन्होंने उस रेत को वहां मौजूद लेबर ठेकेदार बलवीर सिंह कुशवाह के सुपुर्द कर दिया था। उसके बाद कार्रवाई करने के बाद एसडीओ श्रद्धा पांढ़रे वापस चली गयी थी। लेकिन दरम्यानी रात करीब 28 घनमीटर रेत चोरी हो गया। और दो घनमीटर चंबल का रेत ही पड़ा हुआ था।
यह भी पढ़ें…AIIMS Recruitment 2021: इन पदों पर निकली है भर्ती, 1 लाख के पार मिलेगी सैलरी
इधर, जब इस बात की खबर जब एसडीओ श्रध्दा पांढरे को लगी तो उन्होंने टीम के साथ मौके पर पहुंच कर जांच की। जिसमे पाया गया कि चंबल रेत की जगह सिंध का रेत डाला जा रहा था। चंबल के रेत को जेसीबी की मदद से ट्रैक्टर ट्रॉली में भरवाकर जब्त कर वन डिपो में सुपुर्द कर दिया। इसके बाद उन्होंने कोतवाली में रेत चोरी होने की घटना की रिपोर्ट का आवेदन दिया है। जिसके बाद संबंधित लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज हो सके। वहीं दूसरी तरफ महिला थाना बनाने वाले ठेकेदार मनीष कौषिक ने कोतवाली थाना पुलिस में एसडीओ श्रद्धा पांढ़रे के खिलाफ आवेदन दिया है कि उनके द्वारा रेत सेम्पलिंग की कार्रवाई दुर्भावना पूर्ण की गई है। इसके साथ ही उन्होंने एसडीओ पांढ़रे पर पैसे मांगने का भी आरोप लगाया है। इस आवेदन पर पुलिस हाउसिंग के सब इंजीनियर निर्भय पाल व एसडीओ ब्रजेश जाटव के भी हस्ताक्षर है। यहां बता दें कि ये सब वही लोग हैं जिनके खिलाफ एसडी श्रद्धा पांढ़रे ने कोतवाली थाने में एफआईआर दर्ज कराने के लिए आवेदन दिया था। इन चारों पर आरोप है कि इनकी मिलीभगत से महिला पुलिस थाने में चंबल के अवैध रेत का उपयोग किया जा रहा था।