मुरैना, संजय दीक्षित| उपचुनाव (Byelection) में जीतकर सत्ता वापसी का सपना देख रही कांग्रेस (Congress) में प्रत्याशियों के विरोध पर घमासान तेज हो गया है| दलबदलू नेताओं को टिकट दिए जाने का भारी विरोध हो रहा है, इसके बावजूद पार्टी बाहरियों को प्रत्याशी बनाने से परहेज नहीं कर रही है| मुरैना जिले में अम्बाह के बाद अब दिमनी विधानसभा (Dimni Assembly) में घोषित प्रत्याशी का विरोध तेज हो गया है|
दिमनी विधानसभा से कांग्रेस ने रविन्द्र सिंह तोमर (Ravindra Singh Tomar) को प्रत्याशी बनाया है| जिसको लेकर कांग्रेस कार्यकर्ता विरोध कर रहे हैं| शुक्रवार को युवा कांग्रेस कार्यकर्ताओें ने रैली निकालकर नन्देपुरा चौराहे पर कांग्रेस प्रत्याशी का पुतला जलाया साथ ही मुर्दाबाद के नारे भी लगाए| कार्यकर्ताओं ने आलाकमान से प्रत्याशी बदलने की मांग की है|
कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ को चेतावनी दी है कि अगर दलबदलू और बाहरी को कांग्रेस का टिकट दिया जाएगा तो उनका साथ नहीं देंगे। उसका घोर विरोध किया जाएगा | नंदेपुरा रोड पर सैकड़ों कांग्रेसी यह विरोध उस समय कर रहे थे। जब भिडोसा कमलनाथ की सभा में ग्वालियर के लिए जा रहे थे। उसी दौरान दिमनी विधानसभा के कांग्रेस कार्यकर्ताओं और ग्रामीणों ने रविंद्र सिंह का पुतला दहन किया। वही दिमनी क्षेत्र के लोगों का कहना था कि अगर कांग्रेस प्रत्याशी रविंद्र सिंह तोमर को टिकट दिया गया तो घोर विरोध किया जाएगा एवं जगह-जगह पुतला दहन किया जाएगा। आज ग्वालियर में कमलनाथ की आम सभा हो रही थी तो वहीं मुरैना में दूसरी तरफ नंदे के पुरा पर कांग्रेस प्रत्याशी रविंद्र सिंह तोमर का पुतला दहन किया जा रहा था । यह पुतला दहन करीब 4 दिन से लगातार चल रहा है । कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने कमलनाथ को चेतावनी दी है कि अगर रविंद्र सिंह का टिकट नहीं बदला गया तो कांग्रेस कार्यकर्ता उनका साथ नहीं देंगे उनका घोर विरोध करेंगे।
घोषित प्रत्याशियों का विरोध, कांग्रेस में टेंशन
कांग्रेस ने हाल ही में अंबाह विधानसभा से सत्यप्रकाश सखवार को प्रत्याशी घोषित किया है। जबकि दिमनी से रविंद्र सिंह तोमर को चुनावी मैदान में उतारा है। इन दोनों ही प्रत्याशियों का कांग्रेसी ही विरोध कर रहे हैं| पिछले दिनों अंबाह विधानसभा क्षेत्र के तहत आने वाले पोरसा में प्रत्याशी सत्यप्रकाश सखवार का पुतला कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने दहन किया था| सत्यप्रकाश बसपा से आए और पार्टी ने दूसरे दावेदारों को दरकिनार करते हुए उन्हें टिकट भी दे दिया। इसको लेकर कांग्रेसी विरोध कर रहे हैं| वहीं रविंद्र तोमर को भी बाहर से आए हुए नेता मानकर विरोध किया जा रहा है| चुनाव के एलान से पहले ही इस तरह का विरोध कांग्रेस के लिए मुसीबत बन गया है|