केन्द्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने ओमिक्रॉन के तेजी से बढ़ते खतरे को देखते हुये तैयारियों की समीक्षा

Amit Sengar
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मुरैना, डेस्क रिपोर्ट। जिला क्रायसिस मैनेजमेन्ट कमेटी की बैठक में केन्द्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने कहा कि कोविड (ओमिक्रॉन) के तेजी से बढ़ते खतरे को देखते हुये इससे पूरी तरह से निपटने के लिये हमें समस्त तैयारियां पूर्ण कर लेनी चाहिए। सभी ऑक्सीजन प्लांट सहित अन्य उपकरण चालू रहें। हर बैड पर ऑक्सीजन पहुंचे, इसके लिये हम स्वयं जिम्मेदार रहें। हमारी निगरानी पूरी तरह से होना चाहिये।

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केन्द्रीय मंत्री तोमर ने कहा कि उपलब्ध चिकित्सीय संस्थान और चिकित्सकों का उत्साहवर्धन करना चाहिये। साथ ही उन्होंने कहा कि अब सभी पीएससी, सीएससी पर उपकरण सहित अन्य सुविधाऐं उपलब्ध है। मरीजों का अब पूरी तरह वहीं उपचार किया जाये। अगर वहां संसाधन की कमी है, तभी वे जिला चिकित्सालय को और ज्यादा गंभीर है तो उसे ग्वालियर के लिये रैफर किया जाये। उन्होंने आश्वस्त किया कि जहां चिकित्सकों की कमी है, वहां चिकित्सकों की व्यवस्था करेंगे।

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केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि समय रहते जागरूकता अभियान रोको-टोको अभियान की शुरूआत आज से ही प्रारंभ कर दिया जाये। उन्होंने कहा कि मास्क ही अब कोरोना का पहला उपचार है। हर व्यक्ति मास्क लगायें, दो गज की दूरी बनाकर चलें, अपने आप में सुरक्षा करना हमारा पहला कर्तव्य है। अब लोगों को पुराना अनुभव भी है, जनप्रतिनिधि भी अपने-अपने क्षेत्रों में सहयोग करें।

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कलेक्टर बी.कार्तिकेयन ने बताया कि जिले में 14 लाख 45 हजार 844 जनसंख्या में से 13 लाख 22 हजार 522 लोगों को प्रथम डोज जो लक्ष्य का 91.47 प्रतिशत है। इसी तरह 13 लाख 4 हजार 852 लोगों को अब तक द्वितीय डोज वैक्सीन का लग चुका है, जो 90.25 प्रतिशत है। शेष रहे 17 हजार 670 लोगों को सेकेण्ड डोज लगाने की प्रक्रिया चल रही है। इसमें कई लोग शहर से बाहर गए हुए है। कलेक्टर ने बताया कि 800 लोगों की प्रतिदिन टेस्टिंग की क्षमता है। फस्टवेब में 3 लाख 33 हजार 142 लोगों की टेस्टिंग की गई और द्वितीयबेव में 2 लाख 26 हजार 491 लोगों की टेस्टिंग की गई, जो पर डे एवरेज 796 थी। कलेक्टर ने बताया कि जिले में कुल 580 बैड उपलब्ध है। अप्रैल 2021 की स्थिति बैडों की संख्या 132 थी, जो बढ़कर अब 580 हो गई है। कलेक्टर ने बताया कि नई बिल्डिंग (300 बिस्तर वाले) अस्पताल में उपकरण एवं आईसीयू बैड प्राप्त होने पर आईसी यूनिट का उपयोग किया जा सकेगा। जिला चिकित्सालय में कुल बैड 424, स्पेशल बैड 401, आइसोलेशन बैड 72, आईसीयू बैड्स लगभग 90 है। साथ ही जिले के 8 चिकित्सालयों में 8 ऑक्सीजन प्लांट है, जो 2100 एलपीएम क्षमता के चालू स्थिति में है। इसी के साथ समय-समय पर भी उपकरण प्राप्त हुये है, वे भी चालू स्थिति में है। हर बैड पर ऑक्सीजन पहुंच रही है। 9 जगहों पर जनरेटर नहीं होने के कारण टेण्डर किये गये है।

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उन्होंने आगे बताया कि जिला चिकित्सालय में 6 केएल क्षमता का लिक्विड़ ऑक्सीजन प्लांट का कार्य आईनोम्स कंपनी द्वारा प्रगतिरत है। जिसको आगामी एक सप्ताह में पूर्ण कर लिया जायेगा। जिसमें 400 विस्तरों पर 24 घंटे ऑक्सीजन की सप्लाई की जायेगी। जिला चिकित्सालय मुरैना में ऑक्सीजन कंस्ट्रेटर 257, 49-5 लीटर, 208-10 लीटर वाले उपलब्ध है। 15 वेन्टीलेटर चालू हालत में है। वायकाल मशीन उपलब्ध है। 30 मशीन की और डिमांण्ड की गई है।

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उन्होंने कहा कि 15 से 18 वर्ष तक बच्चों के लिये 3 जनवरी से वैक्सीनेशन का कार्य प्रारंभ किया जायेगा। इसके लिये जिला प्रशासन पूरी तैयारियां कर रहा है। हमें तीसरी लहर का इंतजार नहीं करना होगा। अभी से सावधानी बरतनी होगी। तभी इस महामारी से निजात पा सकते है।


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मुझे अपने आप पर गर्व है कि में एक पत्रकार हूँ। क्योंकि पत्रकार होना अपने आप में कलाकार, चिंतक, लेखक या जन-हित में काम करने वाले वकील जैसा होता है। पत्रकार कोई कारोबारी, व्यापारी या राजनेता नहीं होता है वह व्यापक जनता की भलाई के सरोकारों से संचालित होता है।वहीं हेनरी ल्यूस ने कहा है कि “मैं जर्नलिस्ट बना ताकि दुनिया के दिल के अधिक करीब रहूं।”

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