भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) उच्च शिक्षा विभाग (Higher Education Department) यूजी फर्स्ट ईयर (UG First Year) का पाठ्यक्रम अपग्रेड करने की तैयारी मेें है। माना जा रहा है कि इसी सत्र से इसे लागू किया जा सकता है। इसके लिए अलग- अलग विश्वविद्यालयों को जिम्मेदारी सौंपी गई है। फिलहाल इसकी प्रक्रिया जारी है, जिसके पूरा होते ही समन्वय समिति अपग्रेड सिलेबस पर मंजूरी देगी और छात्र नए पाठ्यक्रम के साथ पढ़ाई शुरू कर देंगे।
बीए(BA), बीकॉम (B.Com) और बीएससी (BSc) पाठ्यक्रम के छात्रों को इस शैक्षणिक सत्र से नया सिलेबस पढऩे के लिए मिलेगा। अतिरिक्त संचालक डॉ. सुरेश सिलावट ने बताया कि प्रत्येक तीन से पांच साल के भीतर सिलेबस अपग्रेड होता है। इसी प्रक्रिया के तहत यूजी फर्स्ट ईयर का सिलेबस 25 फीसदी अपग्रेड किया जा रहा है। इस संबंध में जुलाई में समीक्षा की गई, जिसमें विशेषज्ञों ने सिलेबस में बदलाव का सुझाव दिया था। जिसके बाद कॉमर्स, साइंस और आट्र्स विषय में नए-नए टॉपिक जोड़े गए है। छात्रों को अब कॉमर्स में जीएसटी और टैक्स, साइंस में नई रिसर्च-आविष्कार समेत अन्य विषय पढऩे को मिलेंगे। सिलेबस अपग्रेड करने के लिए बरकतउल्ला विवि, भोज विश्वविद्यालय और अटल बिहारी वाजपेयी हिन्दी विश्वविद्यालय को जिम्मेदारी सौंपी गई थी। तीनों विश्वविद्यालय को 30 सितंबर तक रिपोर्ट देना थी। ताकि 5 अक्टूबर को सिलेबस पर चर्चा हो सके। सिलेबस बनाने वाली समिति ने प्रारूप बनाकर उच्च शिक्षा विभाग को दे दिया है, जो समन्वय समिति को भेजा गया है।
शिक्षकों का सुझाव अगले सत्र से हो नया सिलेबस
वहीं कालेजों में पढ़ाने वाले शिक्षक इस सत्र से अपग्रेड सिलेबस पढ़ाने के पक्ष में नहीं है। उनका कहना है कि लॉकडाउन के चलते ऑनलाइन क्लासेस लग रही रही है और जिन विद्यार्थियों ने यूजी प्रथम वर्ष में प्रवेश लिया है, उनकी कक्षा शुरू हो चुकी है। शिक्षकों का कहना है कि अभी तक विभाग ने यह स्पष्ट नहीं किया है कि सिलेबस में किन टॉपिक्स को बदला है। ऐसे में शक्षकों और छात्रों दोनों को समस्या होगी। बेहतर होगा कि अगले सत्र से नया सिलेबस रखा जाएगा।