MP Weather – मध्य प्रदेश में बदला मौसम का मिजाज, पश्चिम विक्षोभ ने बढ़ाया तापमान, जल्द पड़ेगी कड़ाके की ठंड

मध्य प्रदेश में मौसम का मिजाज बदला हुआ नजर आ रहा है और तापमान में वृद्धि दर्ज की गई है। हालांकि, ये वृद्धि ज्यादा दिन तक नहीं टिकने वाली है और एक बार फिर कड़ाके की ठंड का असर देखने को मिलेगा।

Pooja Khodani
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MP Weather: मध्य प्रदेश में पिछले कुछ दिनों से कड़ाके की ठंड पड़ रही है। जिससे अब कुछ हद तक राहत मिलती हुई दिखाई दे रही है। पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने से तापमान में वृद्धि देखने को मिली है। जिसकी वजह से ठंड का असर थोड़ा कम हुआ है। हालांकि, ठंड से मिली है राहत ज्यादा लंबे समय तक नहीं रहने वाली है। मौसम विभाग में एक बार फिर ठंड और कोहरे का अलर्ट जारी किया है। जानकारी के मुताबिक फिलहाल पश्चिमी विक्षोभ की वजह से तापमान में वृद्धि हुई है। जैसे ही विक्षोभ का असर खत्म होगा। वैसे ही एक बार फिर पर नीचे आने लगेगा और ठंड का असर बढ़ जाएगा। कई जगह पर कोहरा भी छाने वाला है, जिसे लेकर अलर्ट जारी किया गया है।

मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक राजस्थान पर चक्रवात बना हुआ है जिसकी वजह से अधिकतर क्षेत्रों की हवा दक्षिण पश्चिम हो गई है। इसी विक्षोभ की वजह से रात के तापमान में बढ़ोत्तरी देखने को मिल रही है। आने वाले चार से पांच दिनों तक शीत लहर से राहत मिलेगी। हालांकि, जैसे ही यह विक्षोभ गुजर जाएगा और पहाड़ों पर बर्फबारी शुरू होगी ठंड एक बार फिर अपना असर दिखाना शुरू करेगी।

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यहां कोहरे का अलर्ट

कड़ाके की ठंड से राहत जरूर मिली है, लेकिन भिंड, मुरैना, दतिया, ग्वालियर, टीकमगढ़, निवाड़ी, छतरपुर जैसे शहरों में कोहरे का अलर्ट भी जारी किया गया है। इन शहरों में सुबह और रात में कोहरा छाया रहेगा।

ठंड का दूसरा दौर कब

मौसम विभाग द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक फिलहाल ठंड कम हुई है लेकिन 23 दिसंबर से 25 दिसंबर के बीच एक बार फिर कड़ाके की ठंड पड़ेगी, जिसे ठंड का दूसरा दौर कहा जा सकता है। यह मौसम जनवरी 2025 तक बना रहेगा। इसके अलावा सागर, चंबल और ग्वालियर संभाग में कोहरा छाया रहेगा।

शहर अधिकतम तापमान न्यूनतम तापमानAQI
भोपाल   27 डिग्री6.2 डिग्री172
इंदौर  28.4 डिग्री11.6 डिग्री165
जबलपुर25.4 डिग्री5.2 डिग्री178
ग्वालियर23.8 डिग्री5.4 डिग्री316
उज्जैन28.7 डिग्री10 डिग्री142

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खबर वह होती है जिसे कोई दबाना चाहता है। बाकी सब विज्ञापन है। मकसद तय करना दम की बात है। मायने यह रखता है कि हम क्या छापते हैं और क्या नहीं छापते। "कलम भी हूँ और कलमकार भी हूँ। खबरों के छपने का आधार भी हूँ।। मैं इस व्यवस्था की भागीदार भी हूँ। इसे बदलने की एक तलबगार भी हूँ।। दिवानी ही नहीं हूँ, दिमागदार भी हूँ। झूठे पर प्रहार, सच्चे की यार भी हूं।।" (पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर)

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