नरसिंहपुर।
बीते दिनों भोपाल महापौर आलोक शर्मा अभार व्यक्त ना करने देने के कारण सीएम कमलनाथ के कार्यक्रम से नाराज होकर बीच में ही उठकर चले गए थे, इसको लेकर खूब बवाल मचा था, पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज ने कांग्रेस पर महापौर का अपमान करने का भी आरोप लगाया था। अभी ये मामला शांत ही हुआ था कि अब नरसिंहपुर में वित्त मंत्री तरुण भनोट के कार्यक्रम से भाजपा विधायक उठकर चल दिए।इस दौरान भाजपा विधायक ने कांग्रेस पर शासकीय कार्यक्रम को कांग्रेसीकरण करने का आरोप भी लगाया।
दरअसल, गुरुवार को जिले में अंत्योदय मेले के कार्यक्रम होना था, जिसमें प्रदेश के वित्त मंत्री तरूण भनोट के मुख्य आतिथ्य के रुप में शामिल होने पहुंचे थे। इसके साथ ही भाजपा जनप्रतिनिधि के रुप में विधायक जालम सिंह पटेल और जनपद अध्यक्ष अनुराधा घनीराम पटेल पहुंचे थे और शासकीय कार्यक्रम के कांग्रेसीकरण करने का आरोप लगाकर दोनों वापस कार्यक्रम को छोड़कर चले गए। बताया जा रहा है मंच पर वित्त मंत्री तरूण भनोट और विधानसभा अध्यक्ष एनपी प्रजापति के अलावा सभी कांग्रेसी ही मंच पर बैठे हुए थे, जिनमें केवल दो क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि तेंदूखेड़ा विधायक संजय शर्मा और जिला पंचायत संदीप पटेल वहां मौजूद रहे, जिसको लेकर विधायक जालम सिंह नाराज हो उठे और कार्यक्रम को बीच में ही छोडकर चले गए जबकी लोकार्पण पट्टिका में दोनों का नाम लिखा हुआ तो था।
इसके बाद वित्त मंत्री तरूण भनोट ने बीजेपी पर तंज कसते हुए कहा कि मुझे इस बारे में कोई जानकारी नही, अगर ऐसा था तो मुझसे बात करनी चाहिए। ये जनका का कार्यक्रम था और इस पर राजनीति नही करनी चाहिए। ये बात बीजेपी और उनके विधायकों को समझना चाहिए।साथ ही उन्होंने कहा कि पार्टी 15 साल के शासन में मंच पर बैठने की आदी हो गई है, लेकिन उन्हें जनता के कार्यक्रमों में राजनीति करने से बचना चाहिए।बताया जा रहा इसको लेकर कलेक्टर को भी पत्र लिखा था और इसे प्रोटोकॉल के उल्लंघन बताया था, जिसे कांग्रेस ने राजनीतिक हथकंडा करार दिया है
गौरतलब है कि इसके पहले भोपाल में सीएम कमलनाथ के कार्यक्रम में महापौर आलोक शर्मा बीच में उठकर चले गए थे। शर्मा ने आरोप लगाया था कि उन्हें सीएम के कार्यक्रम में बोलने नही दिया गया। ्प्रोटोकॉल के तहत उन्हें सीएम के कार्यक्रम का आभार व्यक्त करना था ,जिसे वहां के विधायक आरिफ मसूद ने पढ़ कर दिया, जिससे आलोक नाराज हो गए।इसको लेकर खूब बवाल भी मचा था, पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज ने कांग्रेस पर महापौर को अपमानित करने का आरोप लगाया था और उनसे मांग मांगने की बात कही थी।इसके बाद कांग्रेस ने भी जमकर पटलवार किया।