नीमच में मिलावटखोरों पर एडीएम का बड़ा एक्शन, 64 लाख रुपए का लगाया जुर्माना

जिले की एडीएम ने मिलावटखोरों पर एक्शन लेते हुए 9 फर्म और कई लोगों पर 64 लाख रुपए का जुर्माना लगाया। वहीं एक महीने में अगर जारी आदेश का पालन नहीं किया जाता है तो उनके खिलाफ कुर्की की कार्वाई की जाएगी।

Shashank Baranwal
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Neemuch News: मध्य प्रदेश के नीमच जिले से एक बड़ी खबर सामने आई है। जहां अपर जिला दंडाधिकारी (एडीएम) एवं न्याय निर्णयन अधिकारी नेहा मीणा ने मिलावटखोरों के खिलाफ बड़ा एक्शन लिया है। दरअसल, खाद्य सुरक्षा एवं मानक अधिनियम के तहत ADM ने कार्रवाई करते हुए धनिया तैयार करने और उसको बेचने वाली 9 फर्मों के साथ कई लोगों के खिलाफ 64 लाख रुपए का जुर्माने का आदेश जारी किया है।

संघवी ट्रेडर्स का लिया गया था सैंपल

नीमच व केसुंदा निवासी तीन लोग दोषी पाए गए हैं, जोकि नीमच औद्योगिक क्षेत्र में खराब धनिए पर कलर करने के बाद सल्फर से चमका कर बेचते थे। बता दें खाद्य विभाग ने पहले ही नीमच औद्योगिक क्षेत्र में संघवी ट्रेडर्स पर कार्रवाई करते हुए धनिया का सैंपल लिया था। इस दौरान लोग धनिये पर कलर करते भी पाए गए थे। वहीं जांच रिपोर्ट में धनिये पर कलर, सल्फर और अन्य अपदृव्य पाए गए थे। इस मुद्दे पर प्रकरण तैयार कर एडीएम न्यायालय में प्रस्तुत किया गया। जांच के दौरान अधिकारियों ने नीमच में नकली धनिया तैयार करने वाले और उसका परिवहन करने वाले लोगों को आरोपी बनाया। मामले की लंबी सुनवाई के बाद एडीएम नेहा मीणा ने आदेश जारी कर दिया।

एडीएम ने यह बात कही

वहीं एडीएम नेहा मीणा ने बताया कि धनिये में मिलावट करने वाले मिलावटखोरों पर कुल 64 लाख रुपए का जुर्माना लगाया गया है। अगर नोटिस जारी करने के एक महीने बाद जुर्माने की राशि नहीं जमा की गई तो उनके खिलाफ कुर्की की कार्रवाई की जाएगी।

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नीमच से कमलेश सारडा की रिपोर्ट


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पत्रकारिता उन चुनिंदा पेशों में से है जो समाज को सार्थक रूप देने में सक्षम है। पत्रकार जितना ज्यादा अपने काम के प्रति ईमानदार होगा पत्रकारिता उतनी ही ज्यादा प्रखर और प्रभावकारी होगी। पत्रकारिता एक ऐसा क्षेत्र है जिसके जरिये हम मज़लूमों, शोषितों या वो लोग जो हाशिये पर है उनकी आवाज आसानी से उठा सकते हैं। पत्रकार समाज मे उतनी ही अहम भूमिका निभाता है जितना एक साहित्यकार, समाज विचारक। ये तीनों ही पुराने पूर्वाग्रह को तोड़ते हैं और अवचेतन समाज में चेतना जागृत करने का काम करते हैं। मशहूर शायर अकबर इलाहाबादी ने अपने इस शेर में बहुत सही तरीके से पत्रकारिता की भूमिका की बात कही है–खींचो न कमानों को न तलवार निकालो जब तोप मुक़ाबिल हो तो अख़बार निकालोमैं भी एक कलम का सिपाही हूँ और पत्रकारिता से जुड़ा हुआ हूँ। मुझे साहित्य में भी रुचि है । मैं एक समतामूलक समाज बनाने के लिये तत्पर हूँ।

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