Neemuch News: पंडित प्रदीप मिश्रा की कथा पर प्रशासन की रोक, स्थल का जायजा लेने के बाद दिया गया आदेश

प्रशासन की आदेश में कहा गया है कि कथा के लिए अनुमति दिया जाना संभव नहीं है, क्योंकि पुलिस द्वारा जो प्रतिवेदन प्राप्त हुआ है उसके अनुसार होने वाला शिव महापुराण कथा का आयोजन वर्तमान में नहीं बल्कि आगामी समय में ही किया जाना ठीक रहेगा।

Shashank Baranwal
Published on -
Pradeep Mishra

Neemuch News: नीमच जिले की मनासा में अंतर्राष्ट्रीय कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा, सीहोर की 1 अप्रैल से होने वाली महाशिवपुराण कथा पर प्रशासन ने रोक लगा दी है। इसके लिए प्रशासन ने स्थल का मुआयना किया था, जिसके बाद कथा के मान से व्यवस्थाएं अनुकूल नहीं पाए जाने पर कथा निरस्त करने का आदेश जारी कर दिया है।

व्यवस्था के अनुकूल नहीं माहौल

प्रशासन की तरफ से दो बार आयोजन स्थल का मुआयना किया गया था। जिसके बाद पुलिस व जिला प्रशासन ने कथा में संभावित लाखों की भीड़ और प्रतिकूल मौसम को देखते हुए जनहानि की संभावनाओं का अंदेशा जताने के कारण व्यवस्था को नाकाफी बताया। साथ ही लोकसभा चुनाव होने से ज्यादातर पुलिस फोर्स चुनावी बंदोबस्त में व्यस्त होने के कारण कथा का आयोजन आगामी समय में किया जाना निश्चित किया गया है।


About Author
Shashank Baranwal

Shashank Baranwal

पत्रकारिता उन चुनिंदा पेशों में से है जो समाज को सार्थक रूप देने में सक्षम है। पत्रकार जितना ज्यादा अपने काम के प्रति ईमानदार होगा पत्रकारिता उतनी ही ज्यादा प्रखर और प्रभावकारी होगी। पत्रकारिता एक ऐसा क्षेत्र है जिसके जरिये हम मज़लूमों, शोषितों या वो लोग जो हाशिये पर है उनकी आवाज आसानी से उठा सकते हैं। पत्रकार समाज मे उतनी ही अहम भूमिका निभाता है जितना एक साहित्यकार, समाज विचारक। ये तीनों ही पुराने पूर्वाग्रह को तोड़ते हैं और अवचेतन समाज में चेतना जागृत करने का काम करते हैं। मशहूर शायर अकबर इलाहाबादी ने अपने इस शेर में बहुत सही तरीके से पत्रकारिता की भूमिका की बात कही है– खींचो न कमानों को न तलवार निकालो जब तोप मुक़ाबिल हो तो अख़बार निकालो मैं भी एक कलम का सिपाही हूँ और पत्रकारिता से जुड़ा हुआ हूँ। मुझे साहित्य में भी रुचि है । मैं एक समतामूलक समाज बनाने के लिये तत्पर हूँ।