मध्य प्रदेश का नीमच आए दिन मीडिया में चर्चा का विषय बना रहता है। इसी कड़ी एक बार फिर जिला चिकित्सालय से जुड़ी खबर सामने आई है। यहां गरीब और जरूरतमंद मरीजों इसलिए आते हैं, ताकि उन्हें सस्ती और बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मिल सकें। वहीं, मुख्यमंत्री मोहन यादव भी कई यह स्पष्ट कर चुके हैं कि जिला अस्पतालों में आने वाले मरीज और उनके परिजनों को संतोषजनक सुविधाएं उपलब्ध कराई जाए, क्योंकि यही उनकी प्राथमिकता है, लेकिन यहां हकीकत कुछ अलग ही नजर आ रही है।
दरअसल, अस्पताल परिसर में पार्किंग व्यवस्था के नाम पर मरीजों और उनके परिजनों से खुलेआम अवैध वसूली की जा रही है। केवल इतना ही नहीं, कई बार शिकायतों के बावजूद जिम्मेदार अधिकारी आंख मूंदे बैठे हैं।
हो रही अवैध वसूली
मिली जानकारी के अनुसार, रोगी कल्याण समिति की ओर से ठेकेदार को पार्किंग का ठेका दिया गया है। ठेके की शर्तों के मुताबिक, साइकिल के लिए 2 रुपए, मोटरसाइकिल के लिए 5 रुपए और कार या भारी वाहन के लिए 10 रुपए तय किए गए हैं। यह दरें 12 घंटे की अवधि के लिए मान्य हैं। इसके बावजूद, ठेकेदार और उसके कर्मचारी मनमानी कर रहे हैं। सिर्फ 15 से 30 मिनट तक वाहन खड़ा करने पर भी मरीजों से 10 से 20 रुपए तक वसूले जा रहे हैं।
मरीज परेशान
मामले में कई परिजनों ने बताया कि पर्ची पर न तो रकम लिखी जाती है और न ही किसी भी नियमों का पालन किया जाता है। स्थानीय लोगों का आरोप है कि ठेकेदार को सिविल सर्जन कार्यालय का संरक्षण प्राप्त है। इसी वजह से नियमों की अनदेखी कर लाखों रुपए की अवैध वसूली की जा रही है। वहीं, मरीज के परिजनों का सवाल है कि जब कोर्ट, कलेक्टर ऑफिस और श्मशान तक पार्किंग फ्री है, तो फिर इस अस्पताल में ही जबरन पैसे क्यों वसूले जा रहे हैं। स्थानीय नागरिकों और मरीज परिजनों ने प्रशासन से मांग की है कि अस्पताल में पार्किंग पूरी तरह निशुल्क की जाए ताकि गरीब और जरूरतमंद परिवारों को और बोझ न उठाना पड़े।
ठेकेदार ने कही ये बात
ठेकेदार विक्रम सिंह सिसौदिया का कहना है कि वे केवल 24 घंटे की रसीद काटते हैं, भले ही वाहन कुछ ही समय के लिए खड़ा किया जाए। इतना ही नहीं, टेंडर केवल चद्दर शेड के नीचे पार्किंग तक सीमित है, लेकिन वसूली अस्पताल परिसर के कई हिस्सों और ट्रॉमा सेंटर के बाहर तक की जा रही है। वहीं, सिविल सर्जन महेंद्र पाटील का कहना है कि ठेकेदार को कई बार नोटिस दिए गए हैं और अब उसका टेंडर समाप्त करने की कार्रवाई की जाएगी।
कमलेश सारडा, नीमच





