Neemuch News: बैसला क्षेत्र में तेंदुए का आतंक जारी, कई मवेशियों को बनाया शिकार, एक युवक पर किया हमला

स्थानीय निवासियों ने तेंदुए के आतंक को देखते हुए वन मंडल अधिकारी को पत्र भी लिखा चुके हैं। लेकिन प्रशासन की तरफ से कोई भी कार्रवाई नहीं की गई है।

Shashank Baranwal
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Neemuch News: नीमच जिले के रामपुरा थाना इलाके के बैसला गांव में कई दिनों से तेंदुए का आंतक जारी है। ऐसे में ग्रामीणों में दहशत बन गई है, जिसके कारण लोग अकेले खेतों या घरों से बाहर निकलने से डर रहे हैं। तेंदुए का आतंक इतना बढ़ गया है कि स्थानीय निवासी को अपने बच्चों और मवेशियों को लेकर चिंता सता रही है। वहीं स्थानीय निवासियों ने तेंदुए को पकड़ने के लिए वन मंडल अधिकारी को पत्र भी लिख चुके हैं।

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तेंदुए ने कई मवेशियों और युवक को बनाया शिकार

दरसल, कई दिनों से बैसला गांव में तेंदुए का आतंक फैला हुआ है। तेंदुआ पहले भी कई मवेशियों को अपना शिकार बना चुका है। वहीं बीते दिनों एक युवक जब खेत पर काम कर रहा था तब तेंदुओं ने उस पर हमला कर दिया था। इस हमले में युवक गंभीर रूप से घायल हो गया था। हालांकि, खेत के आसपास मौजूद लोगों ने युवक को तुरंत अस्पताल पहुंचाया। वहीं शनिवार की देर रात को एक बार फिर तेंदुए ने दो अलग-अलग स्थानों पर गाय के दो बछड़ों को अपना शिकार बनाया है। इसके बाद ग्रामीण फिर दहशत में आ गए हैं। इस बार तेंदुए ने गांव के भीतर घुसकर मवेशियों को अपना शिकार बनाया है। ग्रामीणों का कहना है कि कई दिन बीत जाने के बावजूद भी वन विभाग इस मामले में कोई शुध नहीं ले रहा है। अभी तक तेंदुए को पकड़ा नहीं जा सका है। इससे लोगों को अब खुद की चिंता भी सताने लगी है।

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नीमच से कमलेश सारडा की रिपोर्ट


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पत्रकारिता उन चुनिंदा पेशों में से है जो समाज को सार्थक रूप देने में सक्षम है। पत्रकार जितना ज्यादा अपने काम के प्रति ईमानदार होगा पत्रकारिता उतनी ही ज्यादा प्रखर और प्रभावकारी होगी। पत्रकारिता एक ऐसा क्षेत्र है जिसके जरिये हम मज़लूमों, शोषितों या वो लोग जो हाशिये पर है उनकी आवाज आसानी से उठा सकते हैं। पत्रकार समाज मे उतनी ही अहम भूमिका निभाता है जितना एक साहित्यकार, समाज विचारक। ये तीनों ही पुराने पूर्वाग्रह को तोड़ते हैं और अवचेतन समाज में चेतना जागृत करने का काम करते हैं। मशहूर शायर अकबर इलाहाबादी ने अपने इस शेर में बहुत सही तरीके से पत्रकारिता की भूमिका की बात कही है–खींचो न कमानों को न तलवार निकालो जब तोप मुक़ाबिल हो तो अख़बार निकालोमैं भी एक कलम का सिपाही हूँ और पत्रकारिता से जुड़ा हुआ हूँ। मुझे साहित्य में भी रुचि है । मैं एक समतामूलक समाज बनाने के लिये तत्पर हूँ।

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