Neemuch News : मध्य प्रदेश के नीमच जिले से इस वक्त की बड़ी खबर सामने आई है, जहां नगर पालिका ने बुजुर्ग महिला की झोपड़ी पर स्वच्छता अभियान के नाम पर बुलडोजर चलाया। इस दौरान महिला वहां पर मौजूद नहीं थी। बुजुर्ग महिला के दामाद का कहना है कि उनकी सास बीमार है, इसलिए वह बड़नगर में इलाज कराने गई है। उनकी गैर मौजूदगी में नगर पालिका ने बिना किसी नोटिस के उनकी झोपड़ी पर बुलडोजर चला दिया, जबकि वहां पर पट्टा मिला हुआ है। इसलिए उनकी मांग है कि उनकी सास को वापस मकान बनाकर दिया जाए।
कांग्रेस अध्यक्ष ने सरकार पर साधा निशाना
बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने बुलडोजर पर रोक लगा दी है। इसके बावजूद, नगर पालिका ने बुलडोजर कार्रवाई की। वहीं, अब इस मुद्दे को लेकर राजनीति भी शुरू हो चुकी है। मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष जीतू पटवारी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर ट्वीट करते हुए यह लिखा कि सुप्रीम कोर्ट द्वारा बुलडोजर कार्रवाई प्रतिबंधित है, लेकिन नीमच में खुलेआम इस घटना को अंजाम दिया गया है। इसके साथ ही उन्होंने सरकार पर भी निशाना साधा है।
लोगों के घर तोड़कर खुद को ‘सुप्रीम’ मानने वाले मुख्यमंत्री जी सुप्रीम कोर्ट से भी बड़े हो गए हैं? भाजपा सरकार ने नीमच में 70 साल की विधवा बरकत बाई के उस घर पर बुलडोजर चला दिया, जो भाजपा सरकार द्वारा ही मुख्यमंत्री आश्रय योजना के तहत आवंटित किया गया था।
क्या मध्य प्रदेश की सरकार… pic.twitter.com/5YZgweBqZm
— Jitendra (Jitu) Patwari (@jitupatwari) September 25, 2024
नपा सीएमओ ने कही ये बात
बता दें कि 70 वर्षीय विधवा बरकत बाई लायन्स डेन के पास अपनी बेटी के साथ खाली जमीन पर कच्ची झोपड़ी में रहती थी। साल 2008 में महिला ने अपनी समस्या पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान को बताई थी, तब उन्हें अस्थाई पट्टा मिल गया था। इसके बावजूद आज नपा ने स्वच्छता अभियान की कार्रवाई बताते हुए उनकी झोपड़ी पर बुलडोजर चला दिया। इधर, नगर पालिका सीएमओ महेंद्र वशिष्ठ का कहना है कि जिस स्थान पर सफाई की गई है, वहां कोई भी नहीं रहता था। यह जगह नगर पालिका के फायर स्टेशन के लिए आरक्षित है, इसलिए गंदगी की सफाई की गई है।
नीमच, कमलेश सारड़ा