Neemuch News: नीमच जिले के जावद विधानसभा क्षेत्र के चड़ोल, सकतपुरिया आदि गांव में तेज बरसात तथा ओले गिरने से किसानों फसल खराब हो होने का मामला सामने आया है। वेदर सिस्टम सक्रिय होने से प्रदेश समेत सागर का मौसम बदला है। सागर जिले में पिछले दो दिनों से अलग-अलग स्थानों पर बारिश हो रही है। 18 मार्च को नीमच जिले में बेमौसम बारिश ने अपना कहर बरपाया। बारिश के साथ ओलावृष्टि होने से खेतों में खड़ी और कटी रखी फसलें बर्बाद हो गई। ओलावृष्टि की सूचना मिलते ही जिला प्रशासन ने सर्वे दल गठित किए हैं। तीन दिनों में सर्वे दलों से प्रतिवेदन मांगा गया है।
घरों में दिखी ओलों की परत
जानकारी के अनुसार शनिवार को जिले की जावद तहसील के चड़ोल, सकतपुरिया करीब 20 मिनट तक ओलावृष्टि हुई। चड़ोल, सक्तपुरिया आदि ग्रामों में ओले गिरने से फसलों को नुकसान हुआ है। ओले गिरने से खेतों में खड़ी और कटी रखी फसलों को नुकसान पहुंचा है। इसके साथ ही केसली क्षेत्र के कुछ इलाकों में ओले गिरने की सूचना है। चड़ोल के ग्रामों में घरों के बाहर ओलों की परत बिछी नजर आई।
दल गठित कर खेतों में सर्वे कराया शुरू
ओलावृष्टि की सूचना मिलने पर एसडीएम शिवानी गर्ग ने तत्काल कार्रवाई करते हुए, सर्वे दल का गठन किया। सर्वे दलों को 3 दिन में सर्वे कर प्रतिवेदन प्रस्तुत करने के निर्देश भी जारी कीये गए हैं। सर्वे के आधार पर तहसीलदार और कृषि विभाग के अधिकारियों के संयुक्त दल का गठन कर सर्वे करने के निर्देश दिए हैं। सभी दलों ने मौके पर पहुंचकर अपना कार्य शुरू कर दिया है। जांच प्रतिवेदन प्राप्त होते ही आंकलन प्रपत्र शासन को भेजा जाएगा।
20 मार्च तक मौसम बिगड़ा रहेगा मौसम का मिजाज
मौसम विभाग के अनुसार उत्तर भारत में एक विक्षोभ सक्रिय है, जो काफी मजबूत है। इसके प्रभाव से एक प्रेरित चक्रवात साउथ-ईस्ट राजस्थान में 14 मार्च से बना हुआ है। जिसके कारण एमपी के मौसम बदलाव हुआ है। 16 मार्च से फिर एक पश्चिमी विक्षोभ बन गया है। दक्षिण-पूर्वी हवाएं बंगाल की खाड़ी और अरब सागर से नमी लेकर प्रदेश की ओर आ रही है। इन दोनों के मिश्रण से यहाँ बारिश, ओलावृष्टि और तेज आंधी देखी जा रही है। मौसम का इस तरह का मिजाज 20 मार्च तक बना रह सकता है। वहीं नीमच जिले में आने वाले 24 घंटों में 40 से 60 किमी प्रतिघंटे की रफ्तार से हवाओं के साथ बारिश और ओलावृष्टि होने की संभावना बनी हुई है।
नीमच से कमलेश सारडा की रिपोर्ट