Neemuch News: मध्य प्रदेश के नीमच में जनसुनवाई के दौरान एक अनोखा मामला सामने आया है। सिस्टम से बेबस और लाचार एक युवक न्याय की गुहार लेकर एक हजार कागजों की पूंछ बनाकर अगजर की तरह सड़क पर रेंगते और घसीटते हुए कलेक्टर कार्यालय जनसुनवाई में पहुंचा। इन दिनों यह मामला काफी सुर्खियां बटोर रहा है। जिसके बाद में प्रशासन भी हरकत में आया। कलेक्टर ने भी – तीन दिन में जांच पूर्ण करने का निर्देश दिया है। जिसके बाद अधिकारियों की एक टीम बारिश में भी जांच के लिए गाँव पहुंची।
दरसअल, मंगलवार को नीमच कलेक्टर कार्यालय जनसुनवाई में सिंगोली तहसील के ग्राम पंचायत काकरिया तलाई के रहने वाले मुकेश प्रजापत गांव में हुए विकास कार्यों में करोड़ के भ्रष्टाचार के कागजों की गले में माला व पूछ बनाकर कलेक्टर कार्यालय सड़क पर अजगर की तरह रेंगते और घसीटते हुए पहुंचा था। जिसे देख सब दंग रह गए थे। ऐसे करके मुकेश प्रजापत पूरे देशभर सुर्खियां बटोर रहा है। नवागत कलेक्टर हिमांशु चंद्रा ने भी मामले की गंभीरता को देखते हुए शिकायतकर्ता की सारी बात सुनी।
कलेक्टर ने दिया तीन दिन जांच पूर्ण करने का निर्देश (MP News Today)
सुनवाई के बाद कलेक्टर ने भी तत्काल एक जांच दल गठित की। जिसमें जिला पंचायत एडिशनल सीईओ, जावद एसडीएम और आरईएस शामिल रहें। टीम को तीन दिन में ग्राम कांकरिया तलाई में पहुंचकर जांच करने के निर्देश दिए गए। मीडिया की सुर्खियों बने मामले के बाद आज अधिकारियों ने भी बारिश में दौड़ लगा दी। गाँव की खाक छानने में जुट गए। शिकायतकर्ता के बताए गए स्थान पर मौके पर पहुंचकर सड़क की नपती की गई।
शिकायतकर्ता ने लगाएं ये आरोप (Neemuch Samchar)
शिकायतकर्ता मुकेश प्रजापत ने कहा कि, ” ग्राम पंचायत कांकरिया तलाई पूर्व सरपंच ओर सरपंचपति सहित जिला पंचायत गुरुप्रसाद ने मिलकर करीब सवा करोड़ का भ्रष्टाचार विकास कार्यो में किया है। और यह लड़ाई में अपने कोई निजी स्वार्थ के लिए नहीं बल्कि गांव के हित में लड़ रहा हूं। इससे गांव के लोगो को ही भविष्य में फायदा पहुँचेगा।”
अधिकारियों ने कही ये बात (MP Corruption News)
पहले दिन जांच करने पहुँचे अधिकारियों ने दोनो ही पक्षों के कथन लिए गए हैं। मौके पर पहुँच गाँव मे हुए निर्माण कार्य की नपती कर जांच कर रहे हैं। तीन दिन बाद इससे संबंधित रिपोर्ट कलेक्टर के सामने पेश की जाएगी। दूसरी तरफ पूर्व सरपंचपति ने सभी आरोपों से इनकार कर दिया है। उनका कहना है कि, “ये सभी बेबुनियाद और निराधार आरोप है। कई बार जिला प्रशासन व लोकायुक्त के द्वारा जांच की जा चुकी है। गाँव के कुछ लोग मुकेश के साहस की तारीफ कर रहे हैं।