Neemuch News : अवैध शराब ठिकानों पर पुलिस ने की छापामारी, 200 लीटर कच्ची शराब जब्त, दो आरोपी गिरफ्तार

आचार संहिता लगते ही राजस्थान बॉर्डर से मध्य प्रदेश के नीमच जिले में अवैध शराब लाने वालों पर कडी निगाह रखी जा रही है। कच्चे रास्तों से लेकर राजमार्ग या अन्य चोर रास्तों पर चैकिंग पाइंट बना दिए गए है। चाहे दो बोतल राजस्थान से ला रहा हो या फिर ज्यादा। सभी पर कार्रवाई होगी।

illegal liquor

Neemuch News : लोकसभा चुनाव की आचार संहिता लगते ही कलेक्टर व एसपी के निर्देशन में राजस्थान और नीमच जिले के अंदर हो रही अवैध गतिविधियों पर पुलिस ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। राजस्थान बार्डर वाले रास्ते पर नाकेबंदी शुरू कर दी है, क्योंकि राजस्थान के कच्चे रास्तों से लेकर पक्के रास्तों से अवैध शराब लाने वालों पर कडी निगाह रखी जा रही है। रविवार को जीरन पुलिस ने कच्ची शराब की फैक्टरी पर छापामार कार्रवाई की है, जहां से पुलिस ने 200 लीटर कच्ची शराब जब्त की है। वहीं दो आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। साथ ही करीब 3 हजार लीटर महुआ लहान को नष्ट भी किया गया है।

क्या है पूरा मामला

बता दें कि नीमच जिला राजस्थान की सीमा से लगा हुआ है, स्वभाविक है कि राजस्थान से अवैध तस्करी जैसे शराब और मादक पदार्थ की तस्करी बडे पैमाने पर होती है। नीमच जिले में कच्ची शराब बनाने की कई फैक्टरियां भी संचालित हो रही है। ऐसे अड्डों को चिन्हित कर पुलिस ने उन्हें नेस्तानाबूद करने के लिए बडी प्लानिंग की है। रविवार को जीरन पुलिस और आबकारी विभाग की टीम ने धामनिया पठारिया और चेनपुरा के जंगल में सर्चिंग अभियान चलाया। इस दौरान प्लास्टिक की कैन में बडी मात्रा में महुआ लहान मिला। इस कार्रवाई से हडकंप मच गया। कई लोग मौके से फरार हो गए। वहीं पुलिस ने दो तस्कर भारमल पिता रतनलाल मीणा उम्र 40 वर्ष निवासी पठारिया, दूसरा आरोपी का नाम रामलाल पिता भेरा मीणा निवासी पठारिया को मौके से गिरफ्तार कर लिया गया। दोनों से पूछताछ की गई तो बताया कि लंबे समय से अवैध कच्ची शराब बनाने की फैक्टरी को संचालित कर रहे है। प्लास्टिक की कैन में छुपाकर रखी करीब 200 लीटर कच्ची शराब को भी मौके से जब्त किया है। सात ही तीन हजार से अधिक महुआ लहान को नष्ट किया गया। कार्रवाई को लेकर शराब तस्करों में हडकंप मच गया है।


About Author
Amit Sengar

Amit Sengar

मुझे अपने आप पर गर्व है कि में एक पत्रकार हूँ। क्योंकि पत्रकार होना अपने आप में कलाकार, चिंतक, लेखक या जन-हित में काम करने वाले वकील जैसा होता है। पत्रकार कोई कारोबारी, व्यापारी या राजनेता नहीं होता है वह व्यापक जनता की भलाई के सरोकारों से संचालित होता है। वहीं हेनरी ल्यूस ने कहा है कि “मैं जर्नलिस्ट बना ताकि दुनिया के दिल के अधिक करीब रहूं।”