Neemuch News : थाने के अंदर पुलिसकर्मी ने युवक से की मारपीट, महिला से भी की धक्का मुक्की, पुलिस अधीक्षक बोले- जांच के बाद होगी वैधानिक कार्रवाई

घटना के संबंध में पीड़ित रुक्मिणी देवी ने बताया कि मंगलवार को मेरे साथ हुई घटना की शिकायत मैंने जनसुनवाई में कलेक्टर और एसपी के समक्ष आवेदन प्रस्तुत कर की है।

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Neemuch News : मध्य प्रदेश के नीमच जिले से एक बड़ी खबर आ रही है। जहाँ बघाना थाने पर विधवा महिला और उसके पुत्र के साथ अभ्रदता का वीडियो वायरल हुआ है। वीडियो में पुलिसकर्मी थाने पर महिला के पुत्र के साथ मारपीट करता दिखाई दे रहा है। वीडियो 6 माह पुराना है।

क्या है पूरा मामला

बता दें कि बघाना थाना क्षेत्र अंतर्गत आने वाली अमर कॉलोनी निवासी विधवा महिला रुक्मिणी देवी पति स्वर्गीय राधेश्याम धानुक बयान दर्ज कराने 10 जनवरी को बधाना थाने पहुंची थी। उनके साथ पुत्र भी था। घटना के संबंध में पीड़ित रुक्मिणी देवी ने बताया कि मंगलवार को मेरे साथ हुई घटना की शिकायत मैंने जनसुनवाई में कलेक्टर और एसपी के समक्ष आवेदन प्रस्तुत कर की है।

महिला का कहना था कि 30 दिसंबर 23 को उसने बघाना थाने पर अज्ञात व्यक्ति से परिवार को जान माल के नुकसान की लिखित शिकायत की थी।10 जनवरी की दोपहर अपने पुत्र विजय के साथ अपने बयान दर्ज कराने थाने गई थी। थाने पर जांच अधिकारी वीरेंद्रसिंह बिसेन मिले और वहां मौजूद दिलीप जाट ने हमारे बयान दर्ज किए। बयान के दौरान ही मैंने थाने पर मौजूद अधिकारी वीरेंद्र बिसेन से यह निवेदन किया कि संबंधित मामले की शिकायत मेरे भाई मुकेश ने भी 28 दिसंबर 24 को की थी। उसकी भी जांच की जाए। इतना कहने पर अधिकारी भडक़ गए। मुझसे बदतमीजी से पेश आने लगे। मेरे साथ अपशब्दों का प्रयोग कर झूमाझटकी की। इसपर मेरे पुत्र विजय ने बीच बचाव किया। वहां मौजूद पुलिस अधिकारी वीरेंद्र बिसेन ने उसके साथ भी मारपीट की। कई घूसे मारे। धारा 151 में मुकदमा बनाकर गिरफ्तार कर लिया। उसी दिन शाम 6 बजे नायब तहसीलदार के न्यायालय में 25 हजार रुपए देकर बेटे की जमानत कराई।

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इस पूरे मामले में एसपी अंकित जायसवाल ने बताया कि बघाने थाने का है जिनके द्वारा मारपीट की गई है। जांच के बाद वैधानिक कार्रवाई की जायेगी।

नीमच से कमलेश सारडा की रिपोर्ट


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Amit Sengar

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मुझे अपने आप पर गर्व है कि में एक पत्रकार हूँ। क्योंकि पत्रकार होना अपने आप में कलाकार, चिंतक, लेखक या जन-हित में काम करने वाले वकील जैसा होता है। पत्रकार कोई कारोबारी, व्यापारी या राजनेता नहीं होता है वह व्यापक जनता की भलाई के सरोकारों से संचालित होता है। वहीं हेनरी ल्यूस ने कहा है कि “मैं जर्नलिस्ट बना ताकि दुनिया के दिल के अधिक करीब रहूं।”

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