नीमच। सांसद द्वारा पिछले पांच वर्षों में संसदीय क्षेत्र में जितने भी विकास के दावे किये जा रहे हैं उनमें से अधिकतर में नीमच जिले के साथ सौतेला व्यवहार किया गया है। रेल और सड़क परिवहन की महत्वपूर्ण सुविधाओं से नीमच को सांसद सुधीर गुप्ता के मंदसौर प्रेम के कारण अनदेखी का सामना करना पड़ा है जिसके फलस्वरूप जिले की जनता को कई सुविधाओं से वंचित होना पड़ा है। सांसद ने ऐसे बर्ताव किया जैसे नीमच जिले से उनका रिश्ता केवल वोट लेने तक सीमित था। सांसद गुप्ता ने अब तक केवल खोखले आंकड़ेबाजी कर खुद को श्रेष्ठ साबित करने की कोशिशें की हैं। सांसद ने नीमच जिले के अस्तित्व को ही धीरे-धीरे समाप्त करने की कोशिश करी है
सांसद सुधीर गुप्ता की कार्यशैली पर बयान जारी कर युवा कांग्रेस के प्रदेश सचिव तरुण बाहेती ने कहा कि पिछले लोकसभा चुनाव में भाजपा के सांसद सुधीर गुप्ता को नीमच जिले की जनता ने भी भरपूर समर्थन दिया था। लेकिन जब विकास कार्यों की बारी आई तो सांसद ने नीमच जिले के साथ दोयम दर्जे का व्यवहार किया। रेल सुविधाओं की यदि हम बात करें तो कोई बड़ी सौगात नीमच जिले के खाते में नही आई है। नीमच जिले से संचालित होने वाली तीन ट्रेनों को मंदसौर से संचालित करवा दिया। पहले उदयपुर मैसूर ट्रैन का ठहराव मंदसौर में करवाया और हाल ही में इंदौर यशवंतपुरम एक्सप्रेस ट्रेन का स्टापेज भी मंदसौर में कर दिया गया। जबकि नीमच में विश्व के सबसे बड़े अर्धसैनिक बल सीआरपीएफ का ट्रेनिंग सेंटर है यहां से बल के जवानों की कंपनियों की देश के विभिन्न प्रांतों में तैनाती के दौरान बड़ी संख्या में आवाजाही होती है।
बाहेती ने बताया कि सांसद दावे करते हैं कि उन्होने संसदीय क्षेत्र में 20 से अधिक अंडरब्रिज स्वीकृत कराए। लेकिन इसका लाभ नीमच जिले में मात्र 25 प्रतिशत मिला है। जबकि तीन ओवरब्रिज स्वीकृति के दावों की हक़ीक़त यह है कि नीमच में एक भी ओवरब्रिज नही मिला है। नीमच रेलवे फाटक या सादड़ी रोड़ अंडरब्रिज को भी ओवर ब्रिज के रुप में विकसित करने की नितांत आवश्यकता थी लेकिन सांसद ने नीमच में एक भी स्थान पर ओवर ब्रिज की जरुरत नहीं समझी।
इसी तरह नीमच-सिंगोली-कोटा रेल लाइन के प्रारंभिक सर्वे की कार्ययोजना तत्कालीन सांसद सुश्री मीनाक्षी नटराजन ने स्वीकृत कराई थी, लेकिन इसके बाद सांसद ने इस योजना को आगे बढ़ाने में कोई भूमिका नहीं निभाई। जबकि नीमच जिले की कोटा तक सीधी पहुंच के साथ ही जावद, रतनगढ़, सिंगोली क्षेत्र के विकास को नये आयाम दिए जा सकते थे। इन क्षेत्रों की जनता खुद को ठगा महसूस कर रही है।
कांग्रेस नेता बाहेती ने कहा कि कि चम्बल से नीमच-मंदसौर जिलों में पानी पहुंचाने की योजना के नाम पर भी सांसद ने जमकर श्रेय लिया और आज तक नीमच जिला इससे वंचित है जबकि सांसद में मन्दसौर में चम्बल के पानी लाने के काम मे अत्यधिक प्रयास किये जिससे वहा तेजी से योजना पर काम चल रहा है। युकां प्रदेश सचिव बाहेती ने बताया कि सीसीआई सीमेंट फैक्टरी को पुनः प्रारंभ करने की बड़ी बड़ी बातें सांसद सुधीर गुप्ता ने भरे मंचों से की। लेकिन एशिया के सबसे बेहतरीन लाइम स्टोन की खदानों वाला यह कारखाना अपनी दुर्दशा पर आंसू बहा रहा है। जबकि इस कारखाने को पुनः प्रारंभ करवाकर क्षेत्र के युवाओं को रोजगार के बेहतर अवसर उपलब्ध कराए जा सकते थे।
तरुण बाहेती ने कहा कि बांसवाड़ा-कोटा हाईवे की कार्ययोजना पहले जीरन-नीमच क्षेत्र को शामिल कर बनाई जा रही थी लेकिन इसमें भी सांसद गुप्ता ने अड़ंगा डाला और इसमें भी मंदसौर जिले को ही जोड़ दिया गया। इससे स्पष्ट है कि नीमच जिले का विकास सांसद को रास नहीं आया। यही नहीं पुरातात्विक जगहों के सर्वे के नाम पर भी नीमच को पीछे धकेला गया, पर्यटन को बढावा देने के नाम पर मंदसौर हवाई पट्टी को तवज्जो दी।
बाहेती ने कहा कि विकास कहीं भी हो, कांग्रेस उसके विरोध में नही है किंतु जनप्रतिनिधि बनने के बाद सांसद को पूरे क्षेत्र के साथ समान व्यवहार करना चाहिए था। युवा कांग्रेस नेता तरुण बाहेती ने आरोप लगाया कि सांसद सुधीर गुप्ता ने नीमच की जनता के लिए एक भी महत्वपूर्ण उपलब्धि बताने को नही है। सांसद ने नीमच जिले को केवल हवाई बातें फेंककर वोट बटोरने का माध्यम माना है। जब नीमच के साथ विकास के नाम पर इतने छलावे कर चुके हैं । ऐसे में सांसद को नीमच जिले की जनता से वोट मांगने का अधिकार ही नही है। इसका जवाब आगामी लोकसभा चुनाव में जनता जरुर देगी।