नीमच। श्याम जाटव।
मध्य प्रदेश में चुनावी मैदान में ताल ठोक रहे भाजपा और कांग्रेस प्रत्याशियों के लिए एट्रोसिटी एक्ट बड़ा रोड़ा बन रहा है| वोट मांगने गांव में पहुँच रहे प्रत्याशियों को ग्रामीणों द्वारा खदेड़ा जा रहा है| अप्रैल के बाद से ही एससी एसटी एक्ट को लेकर प्रदेश भर में विरोध प्रदर्शन हुए, लेकिन ऐसा माना जा रहा था कि चुनाव में उतनी हवा नहीं रहेगी| लेकिन जनता के विरोध की आग अभी ठंड़ी नहीं हुई है| आए दिन कांग्रेस-भाजपा के प्रत्याशियों को विरोध का सामना करना पड़ रहा है। ताजा मामला नीमच से सामने आया है, जहां कांग्रेस प्रत्याशी सत्यनारायण पाटीदार को प्रचार के दौरान सवर्ण समाज के युवाओं ने ग्राम अमावली महल व खड़ावदा में जोरदार विरोध किया गया ।
दरअसल, नीमच में अमावली महल व खड़ावदा में ग्रामीणों ने कांग्रेस प्रत्याशी सत्यनारायण पाटीदार को गांव में घुसने नहीं दिया| प्रचार के दौरान सवर्ण समाज के युवाओं ने जोरदार विरोध किया | कुछ कांग्रेस कार्यकर्ता गालीगलौज करके गाँव मे जबरन घुसने की कोशिश करने लगे तो उन कांग्रेस नेताओं को गाँव वालों ने दौड़ा-दौड़ा कर खदेड़ दिया ।वही युवाओं ने वोट फॉर नोटा के नारे भी लगाए।
गाँव वाले कांग्रेस नेताओं की इस हरक़त से आक्रोश में है, वही घटना के बाद कांग्रेस नेताओं में हड़कंप मच गया है। बताते चले कि इस पहले भी कई गांवों में इस तरह की घटनाएं सामने आ चुकी है। चुनाव से पहले कई मंत्रियों-विधायकों को जनता के विरोध का सामना करना पड़ा है। वहीं मुरैना के अम्बाह में भी इसी तरह का विरोध सामने आया था जहां भाजपा और कांग्रेस प्रत्याशियों को खदेड़ दिया|