नेता जी ने उड़ाई कोविड प्रोटोकॉल की धज्जियाँ, वैक्सीनेशन के लिए लगवा दिया मेला  

रतलाम, सुशील खरे।  रतलाम जिला प्रशासन वैक्सीनेशन (Vaccination) के लिए कितनी भी मेहनत कर ले पर यहां के कुछ अति उत्साही राज नेता पूरी मेहनत पर पलीता लगाने पर तुले हैं और यही कारण है कि 21 जून को लक्ष्य से कम तो 22 जून को संभाग में सबसे पिछड़े जिले के रूप में आया रतलाम एक बार फिर चर्चा में है। कारण है कि जिस तरह कार्यकर्ताओं को अपने नेता को दिखाना पड़ता है कि ज्यादा वोटिंग के लिए क्या काम किया, वैसे ही वैक्सीनेशन की नाकामी छिपाने के लिये नेता जी बाहर निकले और वैक्सीनेशन सेंटर (Vaccination Centre) पर मेला लगा दिया। मामला रतलाम (Ratlam) शहर के विधायक सभागृह का है जो शहर विधायक चेतन कश्यप (MLA Chetan Kashyap)  ने बनवाया था।

कोरोना संक्रमण (Corona Infection) से बचने के लिए एवं संभावित तीसरी लहर के खतरे को देखते हुए वैक्सीनेशन पर सबसे ज्यादा जोर दिया जा रहा है सभी जानते हैं यदि कोरोना से बचना है तो सबसे कारगर उपाय सोशल डिस्टेंसिंग, मास्क का उपयोग और बार-बार हाथ धोना है, ये सभी नियम सबको मालूम भी हैं  लेकिन वैक्सीनेशन महाअभियान में पिछड़ चुके रतलाम के कुछ छुटभैये नेता अब तेज गति से वैक्सीनेशन का आंकड़ा छूना चाहते हैं लेकिन इसके लिए उन्होंने गुरुवार को जो तरीका अपनाया  वो डराने वाला है। नेता जी ने विधायक चेतन कश्यप द्वारा बनवाये गए विधायक सभागृह में सैकड़ों की संख्या में वैक्सीनेशन के लिए भीड़ पहुंचा दी।  सबसे बड़ी बात यह है कि पिछले 2 दिनों से रतलाम में कोरोना का एक भी पेशेंट जांच रिपोर्ट में नहीं आया है परंतु आज जो नजारा रतलाम के बरबड़ रोड स्थित विधायक सभागृह पर बने वैक्सीनेशन सेंटर पर दिख रहा है वह बहुत ही डराने वाला लापरवाहीपूर्ण है, लोगों को डर सता रहा है कि कहीं यह सुविधा आफत ना बन जाए।


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Atul Saxena

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पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ.... पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....