Jabalpur: आज 6 जून 2024 को, जबलपुर में नो फ्लाइंग डे मनाया जा रहा है। इसका मतलब है कि किसी भी विमान को शहर से उड़ान भरने या उतरने की अनुमति नहीं होगी। यह विमानन कंपनियों द्वारा शहर के लिए कम उड़ानों और कनेक्टिविटी में कमी के खिलाफ प्रदर्शन का एक हिस्सा है। वायु सेवा संघर्ष समिति ने नागरिकों से आग्रह किया है कि वे आज किसी भी विमान का टिकट बुक न करें और विमानन कंपनियों का बहिष्कार करें। यह प्रदर्शन शहर के हवाई अड्डे पर सुबह 10 बजे से शुरू होगा और शाम 5 बजे तक चलेगा।
यह विरोध प्रदर्शन डुमना हवाई अड्डे से कम उड़ानों और मुंबई के लिए सीधी उड़ान की कमी के खिलाफ है। वायु सेवा संघर्ष समिति के संयोजक, हिमांशु खरे ने कहा, “हम लंबे समय से जबलपुर से मुंबई और अन्य शहरों के लिए सीधी उड़ानों की मांग कर रहे हैं। लेकिन एयरलाइनों ने हमारी अनदेखी की है। इसलिए, हमने आज “नो फ्लाइंग डे” मनाने का फैसला किया है।” इस आंदोलन का समर्थन करते हुए, कई संगठनों ने भी नागरिकों से आज हवाई यात्रा न करने का आग्रह किया है।
विवेक तन्खा ने भी इस आंदोलन का समर्थन करते हुए ट्वीट किया
विवेक तन्खा ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट X पर ट्वीट करते हुए लिखा, “जबलपुर के हक की लड़ाई में एकजुट होकर नो फ्लाइंग डे मनाया गया। जबलपुरवासियों ने हवाई सेवाओं की कमी का विरोध कर अपनी आवाज बुलंद की। यह एक सफल शुरुआत है, हमारी लड़ाई जारी रहेगी। #NoFlyingDay #जबलपुर #नोफ्लाइंगडे”
जबलपुर में आज नो फ्लाई डे…@VTankha @JagoJabalpur #noflyingday pic.twitter.com/3erW2O4Pfx
— MP Breaking News (@mpbreakingnews) June 6, 2024
दिन पर दिन फ्लाइट हो रही कम, 16 से मात्र 6 बची
जबलपुर की हवाई कनेक्टिविटी दिनों-दिनों खराब होती जा रही है। वायु सेवा संघर्ष समिति के संयोजक हिमांशु खरे के अनुसार, जबलपुर से पहले 16 फ्लाइटें संचालित होती थीं, लेकिन अब उनकी संख्या घटकर केवल 6 रह गई है। हवाई कनेक्टिविटी में कमी के कारण उद्योग और व्यापार पर बुरा असर पड़ा है। अब व्यापारियों के लिए अन्य शहरों से आना-जाना मुश्किल हो गया है। हवाई सेवाओं में कमी कानूनी और चिकित्सा कार्यों को भी प्रभावित कर रही है। यात्रियों को भी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। अब उन्हें सीधी उड़ानों के लिए इंतजार करना पड़ता है या फिर वे ट्रेन या बस से यात्रा करते हैं।
विमान सेवाओं में गिरावट के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया
6 जून को जबलपुर के लोग एकजुट होकर अपनी आवाज बुलंद करने वाले हैं। गिरती हुई विमान सेवाओं के विरोध में संघर्ष समिति ने “नो फ्लाइंग डे” का आयोजन किया है। इस भव्य कार्यक्रम में जबलपुर के हक की बात उठाई जाएगी और विमान सेवाओं में गिरावट के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया जाएगा। सभी नागरिक नर्मदा क्लब, टैगोर गार्डन सदर के सामने अपने-अपने वाहनों के साथ एकत्रित होंगे। एकजुट होकर नागरिक डुमना विमानतल की ओर प्रस्थान करेंगे। विमानतल के बाहर एक भव्य कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। जबलपुर के हक की आवाज उठाई जाएगी और गिरती हुई विमान सेवाओं पर रोष व्यक्त किया जाएगा। मनु तिवारी, अनूप अग्रवाल और दीपक सेठी, जो संघर्ष समिति के सदस्य हैं, ने सभी नागरिकों से इस कार्यक्रम में शामिल होने का आग्रह किया है। उनका कहना है कि यह एकजुटता का समय है और जबलपुर के लोगों को अपनी आवाज बुलंद करने की जरूरत है।
इस पहल के पीछे का उद्देश्य
जबलपुर में हवाई सेवाओं की कमी के खिलाफ वायु सेवा संघर्ष समिति द्वारा आयोजित “नो फ्लाइंग डे” को लेकर लोगों में भारी उत्साह है। आज 6 जून को नागरिक विमानन कंपनियों का बहिष्कार करेंगे और जबलपुर से हवाई यात्रा नहीं करेंगे। इस पहल के पीछे का उद्देश्य है जबलपुर से विभिन्न शहरों के लिए सीधी उड़ानों की संख्या बढ़ाना। मुंबई के लिए सीधी उड़ान बहाल कराना। विमानन कंपनियों द्वारा की जा रही मनमानी पर रोक लगाना। आंदोलन की तैयारियों को लेकर बुधवार को संघर्ष समिति की बैठक आयोजित की गई थी। बैठक में “नो फ्लाइंग डे” की रूपरेखा को अंतिम रूप दिया गया और लोगों से इस आंदोलन में शामिल होने का आग्रह किया गया। यह देखा जाना बाकी है कि क्या यह आंदोलन विमानन कंपनियों को जबलपुर से अपनी उड़ान सेवाओं को बढ़ाने के लिए मजबूर करेगा।