ऑफलाइन परीक्षा छात्रों के लिए बनी मुसीबत, देखिए क्यों नही मिल रहा कालेज में एडमिशन

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भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। कोरोना संक्रमण के चलतें छात्रों की पढ़ाई खासी प्रभावित हुई है, जैसे तैसे ऑनलाइन परीक्षा आयोजित की गई लेकिन अब वो छात्र परेशान है, जिन्होंने औसत परिणाम से असंतुष्ट होने के बाद ऑफ़लाइन परीक्षा दी थी। प्रदेशभर के 10वीं और 12वीं के 14 हजार ऐसे छात्र है, जिन्होनें माध्यमिक शिक्षा मंडल के द्वारा दिए गए औसत परिणाम से असंतुष्ट होने के चलते प्रक्रिया अनुसार आफलाइन परीक्षा दी थी।

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यह छात्र अब परिणाम के लिए परेशान हो रहे है। एक माह बीत जाने पर भी उनका परिणाम नहीं आया है। सबसे अधिक परेशानी 12वीं के छात्रों को है। क्योंकि उन्हें कालेज में एडमिशन नही मिल पा रहा है। बोर्ड ने कोरोना संक्रमण के चलते ऑनलाइन परीक्षा आयोजित की थी, जिसके बाद पुराने सालों के अंक और प्री बोर्ड परीक्षा के औसत अंक मिला कर जुलाई माह में परिणाम घोषित किया था। साथ ही इस परिणाम से असंतुष्ट छात्रों के लिए आफलाइन परीक्षा देने का विकल्प भी दिया था। जिसमें यह प्रक्रिया रखी गई थी कि जो विद्यार्थी यह परीक्षा देंगे उनका पूर्व घोषित परिणाम शून्य हो जाएगा। इसके बाद भी सितंबर में हुई परीक्षा में 14 हजार छात्रों ने हिस्सा लिया था।

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लेकिन ऑफलाइन परीक्षा देने वाले छात्रों के सामने कालेज में एडमिशन न मिलने की परेशानी खड़ी हो गई है। छात्रों के अनुसार हम लोगों को कालेज में प्रवेश लेना है कि लेकिन वहां पर हमें मार्कशीट लाने के लिए कहा जा रहा है। हमने उन्हें बताया कि हमने परीक्षा दी है। जिससे परिणाम अभी घोषित नहीं हुए है। जब तक आप पुरानी मार्कशीट को मान्य कर सकते है। लेकिन वे लोग इसे मान्य नहीं कर रहे है। हम लोग लगातार स्कूलों के चक्कर काट रहे है। वहां से भी सही जवाब नहीं दिया जा रहा है। इधर शिक्षा विभाग के अधिकारियों का कहना है कि कालेज चाहे तो प्रोविजनल आधार पर प्रवेश दे सकते हैं। हालांकि 20 अक्टूबर तक परिणाम घोषित हो जाएगा।


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Harpreet Kaur

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