Panna News : भारत के अलग-अलग राज्यों में हीरे की फैक्ट्रियां मौजूद है। जिनमें गुजरात, मुंबई, छत्तीसगढ़, कोलकाता समेत मध्य प्रदेश का नाम भी शामिल है। वहीं, MP के पन्ना जिले को डायमंड सिटी ऑफ इंडिया के नाम से भी जाना जाता है। हीरो के इस शहर में आए दिन किसी-न-किसी को डायमंड मिलता रहता है, जिससे उसकी किस्मत रातो-रात चमक जाती है। इसका एक ताजा मामला आज ही सामने आया है, जब एक मजदूर को खदान में खुदाई के दौरान कीमती हीरा मिला है।
दरअसल, मामला बिलखुरा गांव का है। जब सुरेंद्र सिंह गौड़ द्वारा खदान में खुदाई की जा रही थी। इस दौरान उसे हीरा मिला। इससे उनका परिवार खुशी से फूले नहीं समा रहा है।
20 लाख रुपए अनुमानित कीमत
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, हीरा मिलते ही सुरेंद्र सीधे वह हीरा कार्यालय पहुंचा। यहां उसने अधिकारी को पूरी जानकारी दी और इसका वजन नपवाया। जिसमें हीरे का वजन 5 कैरेट 87 सेंट निकला, जिसकी अनुमानित कीमत मार्केट में करीब 20 लाख रुपए है। इस हीरे को सुरेंद्र ने हीरे कार्यालय में ही जमा करवा दिया है। बता दें कि इसकी बोली 4 दिसंबर को कलेक्ट्रेट में होने वाली नीलामी के दौरान की जाएगी। इस घटना के बाद सुरेंद्र का जीवन बिल्कुल बदल गया है, जिसे अब 4 दिसंबर का बड़ी बेसब्री से इंतजार है।
दिसंबर में होगी नीलामी
दिसंबर में होने वाली नीलामी को लेकर हीरा पारखी अनुपम सिंह ने बताया कि निलामी के दौरान कुल 81 नग हीरे बोली के लिए रखे जाएंगे। जिनका वजन कुल 241 कैरेट 47 सेंट है। अगर इसकी अनुमानित कीमत की बात करें, तो यह करीब 3 करोड़ 80 लाख रुपए है।बता दें कि जिले में यह पहला मामला नहीं है, जब खुदाई के दौरान किसी को हीरा हाथ लगा है, बल्कि इससे पहले कई दफा लोग रातों-रात करोड़पति हुए हैं। कीमती हीरे को पाने वाले परिवार की किस्मत खुल जाती है। हीरा मिलने से उनकी सारी परेशानी और कष्ट दूर हो जाते हैं।
इस साल इन लोगों को मिला हीरा
- पूरे जिले में इस साल की बात करें, तो सरकोहा गांव में गरीब मजदूर स्वामीदीन पाल को इससे पहले 32.80 कैरेट का हीरा मिला था। यह पिछले 5 सालों का सबसे बड़ा हीरा था। जिसकी कीमत करोड़ों में थी।
- इसके अलावा, पन्ना के चुनवादा आदिवासी निवासी अहिरगुवा को कृष्णा कल्याणपुर पट्टी की उथली हीरा खदान से 19 कैरेट 22 सेंट का हीरा मिला था। इसकी अनुमानित कीमत करीब 1 करोड रुपए थी।
- वहीं, जरुआपुर निवासी दिलीप मिस्त्री और उनके तीन साथियों को भी 16 कैरेट 10 सेंट का हीरा मिला था। यह सभी किसान थे। इस हीरे के मिलने से सभी के जीवन से गरीबी दूर हो गई।