अघोषित विद्युत कटौती से परेशान हो रहे हैं लोग, मेंटेनेंस के नाम पर काटी जा रही है बिजली

झाबुआ, विजय शर्मा। शहर का बिजली विभाग हमेशा किसी न किसी वजह से सुर्खियों में रहा है। चाहे वह बिजली के बढ़े हुए बिल हो या फिर बिना किसी सूचना के उपभोक्ता की लाइन काटने को लेकर, इस बार मेंटेनेंस के नाम पर या फिर किसी फाल्ट के चलते फिर से बिजली विभाग चर्चा में बना हुआ है। वहीं नगर मुख्यालय पर हो रही अघोषित विद्युत कटौती से आम जनमानस परेशान हो चुका है। कब बिजली आएगी और कब बिजली जाएगी इसका कोई समय निर्धारित नहीं है। बिजली विभाग के अधिकारी मेंटेनेंस के नाम पर कभी भी बिजली गुल कर देते हैं और इनके द्वारा किया जा रहा मेंटेनेंस कार्य और मेंटेनेंस के उपकरण बार-बार खराब हो जाते हैं। जिससे ऐसा प्रतीत हो रहा है विभागीय अधिकारी द्वारा घटिया किस्म के उपकरण लगाए जा रहे हैं।

वही मेंटेनेंस के नाम पर बिजली कटौती से आम जनता काफी परेशान हैं, व्यवसाय में नुकसान होने की वजह से कई लोगों का रोजगार छिन रहा है। इस ओर बिजली विभाग जरा भी ध्यान नहीं दे रहा है। कई लोग मनमाने बिल की वजह से भी परेशान नजर आ रहे हैं। विभागीय कर्मचारियों द्वारा अघोषित विद्युत कटौती के ऊपर लगाम लगाने के प्रयास करना चाहिए, अब देखना यह है कि बिजली विभाग कोई संज्ञान लेगा या फिर वही ढाक के तीन पात। वही पिछले 2 माह में मेंटेनेंस का कार्य अगर दिनांक के हिसाब से देखें तो 28 सितंबर को मारुति नगर, विवेकानंद कॉलोनी, सुखदेव विहार, गोपाल कॉलोनी, ऑफिसर कॉलोनी, मोदीपाड़ा की सप्लाई प्रभावित रही। इसी प्रकार अक्टूबर दिनांक 4 को विकलांग केंद्र के समीप ट्रांसफार्मर बदलने का कार्य किया गया। जिसके चलते मेघनगर नाका उदयपुरिया क्षेत्र प्रभावित रहा। 5 अक्टूबर को सुखदेव विहार कॉलोनी में ट्रांसफार्मर फाल्ट के चलते कैलाश मार्ग हुडा, सुखदेव विहार, हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी प्रभावित रही। 6 अक्टूबर को राजगढ़ नाका ग्रेट केबल का मेंटेनेंस किया गया, जिसमें मारुति नगर, सुखदेव विहार, विवेकानंद कॉलोनी, गाजिया कॉलोनी, कॉलेज रोड, हुडा कैलाश माग, राजवाड़ा नेहरू मार्ग, राम कृष्ण नगर, डीआरपी लाइन प्रभावित रही। इसी प्रकार 7 अक्टूबर सुखदेव विहार, मारुति नगर, विवेकानंद कॉलोनी, सिद्धेश्वर कॉलोनी प्रभावित रही। अगर हम आगे चले तो अक्टूबर 14 गादीया कॉलोनी, मोदीपाड़ा किशन पुरी, सुखदेव विहार, सिद्धेश्वर कॉलोनी, रामदास कॉलोनी कैलाश मार्ग, हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी आदि प्रभावित रही।


About Author
Avatar

Neha Pandey