VIDEO: छात्राओं से बोला प्राचार्य- तुम ही लड़कों को बिगाड़ रही, जमकर हंगामा, सस्पेंड

Pooja Khodani
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राजगढ़, डेस्क रिपोर्ट। मध्य प्रदेश के राजगढ़ (Rajgarh) में शिक्षक दिवस  (Teacher ‘s day) के एक दिन पूर्व शिक्षक द्वारा किशोर बालिकाओं से अभद्रता का मामला सामने आया है। जहां माचलपुर के हाईसेकेंडरी स्कूल में 11 वीं 12 वीं की छात्राओं को स्कूल में ड्रेस पहन कर नही आने की बात को लेकर स्कूल प्राचार्य राधेश्याम मालवीय ने अश्लील बातें की और कहा कि कल से बिना कपड़ों के ही आ जाना स्कूल, लड़कों को तुम ही बिगाड़ रही हो। इस बात को लेकर सभी लड़कियों ने एकत्रित होकर स्कूल से थाने तक रैली निकालकर थाने में आवेदन दिया । जहां थाना प्रभारी जितेंद्र अजनारे ने भादवि 355, 509 सहित पॉक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज किया है।

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कोरोना काल में स्कूल बंद होने की वजह से इस बार लड़कियों की स्कूल ड्रेस (School Dress) समय पर नही बन पाई। ऐसे में शनिवार को 11 वीं 12 वीं की लड़कियां जब स्कूल (School Student) गयी तो सामूहिक रूप से लड़कियों को शिक्षक (Teacher) राधेश्याम मालवीय द्वारा जलील किया गया और कहा कि कल से बिना कपड़ों के ही आ जाना, लड़कों को तुम ही बिगाड़ रही हो। सहित कई सारी बातें अभद्र भाषा मे कही। लड़कियों ने इसका विरोध करते हुए स्कूल से थाने तक नारेबाजी करते हुए रैली निकाली एवं थाने (Rajgarh Police) के सामने आकर बैठ गयी।

थाना प्रभारी जितेंद्र अजनारे ने लड़कियों की पीड़ा सुनकर आरोपी शिक्षक राधेश्याम मालवीय के खिलाप अपराध पंजीबद्ध करके तलाश शुरू कर दी है।शिक्षक दिवस के दिन जहां शिक्षकों को पूजा जा रहा है वहीं लगातार शिक्षकों के सम्मान के लिए लड़कियां 4-5 दिन से तैयारियां कर रही थी ऐसे में शिक्षक द्वारा इस तरह की अभद्र भाषा को जिले के नेताओं ने अमर्यादित बताया है एवं तुरन्त निलंबन (Suspend) एवं गिरफ्तारी की मांग की है।

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मुझे जानकारी मिली है लड़कियों द्वारा शिक्षक पर अभद्र भाषा के प्रयोग के आरोप लगाए है जिसमे माचलपुर थाने में मामला भी पंजीबद्ध हुआ है। शिक्षक को निलंबित कर विभागीय कार्रवाई की जा रही है।

बीएस बिसोरिया, जिला शिक्षा अधिकारी, राजगढ़


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खबर वह होती है जिसे कोई दबाना चाहता है। बाकी सब विज्ञापन है। मकसद तय करना दम की बात है। मायने यह रखता है कि हम क्या छापते हैं और क्या नहीं छापते। "कलम भी हूँ और कलमकार भी हूँ। खबरों के छपने का आधार भी हूँ।। मैं इस व्यवस्था की भागीदार भी हूँ। इसे बदलने की एक तलबगार भी हूँ।। दिवानी ही नहीं हूँ, दिमागदार भी हूँ। झूठे पर प्रहार, सच्चे की यार भी हूं।।" (पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर)

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