सुशील खरे/रतलाम। बीजेपी (bjp ) के वरिष्ठ नेता और मध्य प्रदेश में पूर्व गृह मंत्री (ex home minister) रहे हिम्मत कोठारी (himmat kothari) ने आरोप लगाया है कि प्रदेश बीजेपी मे प्रदेश अध्यक्ष के चयन में मनमानी की गई। उन्होंने इस बारे में भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा (j.p.nadda) को एक पत्र भेजा है ।
कोठारी ने पत्र में लिखा है कि भाजपा में मंडल अध्यक्ष पद के लिए उम्र 30 से 40 वर्ष निर्धारित की गई थी और जिला अध्यक्ष की उम्र 40 वर्ष से 50 वर्ष निर्धारित की गई थी। लेकिन मंडल अध्यक्ष तो तय उम्र सीमा के ही बनाए गए और जिला अध्यक्षों के लिए यह सीमा 50 से बढ़कर 55 वर्ष करा ली गई ।इतना ही नहीं जिलाध्यक्ष बनाते समय इस आयु सीमा के निर्धारण को भी तोड़ा गया।
कोठारी ने राष्ट्रीय अध्यक्ष को सुझाव देते हुए लिखा है कि सभी निर्वाचित पदों पर चाहे वह जिला पंचायत अध्यक्ष हो या सहकारी बैंक अध्यक्ष, महापौर ,विधायक, लोकसभा, राज्यसभा के उच्च पदों पर निर्वाचित होने वाले पदों पर भी उम्मीदवारों की आयु सीमा का निर्धारण होना चाहिए। पार्टी में आयु सीमा निर्धारित करने से नई ऊर्जावान पीढ़ी के कार्यकर्ताओं के हाथ में संगठन की कमान आई है जिससे संगठन अधिक मजबूत होगा। लेकिन किसी भी स्थिति में इस सीमा को नहीं तोड़ा जाना चाहिए जिससे कार्यकर्ताओं में यह भाव न बने कि नेताओं के चहेते व्यक्तियों को निर्वाचित पद के लिए उम्मीदवार या संगठन पद के लिए छूट दी जाती है और आम कार्यकर्ता की उपेक्षा की जाती है ।हिम्मत कोठारी का यह पत्र सीधे-सीधे पूर्व प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह ( rakesh singh) की कार्यशैली पर सवालिया निशान खड़े कर रहा है।
बता दे कि खजुराहो लोकसभा क्षेत्र के सांसद डॉ. वीडी शर्मा को भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने मध्यप्रदेश भारतीय जनता पार्टी का अध्यक्ष नियुक्त किया है। यह पहला अवसर है जब बुंदेलखंड के किसी सांसद को भाजपा का प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया है। इससे पहले राकेश सिंह यह जिम्मेदारी संभाल रहे थे।