रतलाम, सुशील खरे। ग्राम सेजावता में पहली बार पहुंचे सांसद महोदय से जब लोगों ने अपनी परेशानियों की शिकायत की, तो वो लोगों से ही ऊंची आवाज में बात करने लगे और उन्हें डपटने लगे। लेकिन लोग भी चुप नहीं रहे और सांसद को उनकी ड्यूटी याद दिला दी।
रतलाम सांसद गुमान सिंह डामोर चुनाव जीतने के बाद पहली बार इस क्षेत्र में पहुंचे थे। भाजपा सांसद जीएस डामोर से ग्रामीण सड़क, नाली और पानी की समस्या को लेकर अपनी बात कह रहे थे कि इसी दौरान सांसद की का पारा सातवें आसमान पर पहुँच गया। वो लोगों से बोलने लगे कि मुझसे ऊंची आवाज में बात नहीं करो, फालतू बकवास न करो। बस फिर क्या था लोगों ने भी उनकी बात का तत्काल जवाब दिया और कहा कि हमने आपको वोट दिया है, आपसे न कहें तो अपनी समस्या किससे कहेंगे। आपको ये काम करना ही होगा।
कोरोना काल के बाद रतलाम सांसद का ये सबसे बड़ा तीन दिन का दौरा था, जिसमें जिले की तीन विधानसभा आती हैं, रतलाम ग्रामीण और एक सैलाना तथा रतलाम शहर। अब स्वाभाविक है जब विधायक न सुनेंगे और उनका सांसद पहली बार उनके सामने जाएंगे तो जनता का अपने सांसद पर रोष जताना लाज़मी है। हालाँकि रतलाम सांसद क्षेत्र में आते रहते हैं, पर सेजावता में पहली बार आने के बाद जनता भड़क गई और डामोर साहब को उनकी ड्यूटी याद दिला दी। दरअसल सांसद गुमान सिंह डामोर पहले नोकरशाह रह चुके हैं, वो लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग मप्र के मुख्य अभियंता. फिर झाबुआ विधायक और अब रतलाम सांसद हैं। ऐसे में भी उनके द्वारा क्षेत्र के विकास के लिए कुछ योगदान नहीं दिया गया, जिसे लेकर लोग भड़क गए। अब ये वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है।