रतलाम, सुशील खरे। रतलाम (ratlam) में कोरोना (corona) मुक्ति के लिए अनोखा रास्ता चुना गया है। कोरोना महामारी से मुक्ति के लिए देश व प्रदेश में तरह तरह के जतनों का दौर जारी है। कहीं हनुमानजी के अभिषेक के जल से पूरे शहर व गांवों में जल का छिड़काव हो रहा है तो कहीं पूजापाठ तो कहीं तंत्र क्रियाओं का सहारा लिया जा रहा है । इसी सिलसिले में रतलाम में रात्रि में भी कोरोना महामारी मुक्ति के लिए श्मशान(crematorium), जो मुक्ति का अंतिम द्वारा कहा जाता हैं वहा मंत्रोच्चार कर हवन किया जा रहा है।
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शहर के श्मशान भक्तन की बावड़ी में बीती रात बगलामुखी जयंती पर बगलामुखी हवन किया गया। श्मशान में इस हवन को इसलिये किया गया ताकी कोरोना बीमारी से सभी को मुक्ति मिले। वहीं मृत्युदर ज्यादा बढ़ने से श्मशानों में बढ़ रहे दाह संस्कार में कमी आये।
इस हवन को कर इसमे मंत्रों के साथ कोरोना को भी स्वाहा किया गया, मंत्रोच्चार के बीच कोरोना को भी खत्म करने के लिए आहुतियां दी गयी।
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इस श्मशान में हुए हवन को लेकर श्मशान व्यवस्थापक ने बताया कि आज बगुलामुखी हवन कर प्रार्थना की गई कि शमशान में शवों के ज्यादा आने का क्रम रुके और महामारी से मुक्ति मिले।
इस हवन को करने वाले श्मशान पुजारी बाबा चरणनाथ ने बताया कि इस हवन का उद्देश्य यही है कि सभी को इस कोरोना महामारी से मुक्ति मिले, श्मशान में शवो के आने की संख्या कम हो। यह बगुलामुखी हवन है 31 दिन से चल रहा है जिसका आज समापन किया गया है।