रतलाम डीडीपी को किया गया स्पेशल टास्क फोर्स में शामिल, डीजीपी ने किया टीम का गठन

Gaurav Sharma
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रतलाम,सुशील खरे।अभियोजन पुलिस महानिदेशक पुरुषोत्तम शर्मा के द्वारा एनडीपीएस के प्रकरणों में राज्य स्तर पर समीक्षा की गई, जिसमें  प्रदेश स्तर पर अनुसंधान की गुणवत्ता और प्रभावी अभियोजन संचालन किये जाने की आवश्यकता के मद्देनजर एक विशेष टास्क फोर्स का गठन किये जाने हेतु योजना बनाई और 27  अगस्त को संचालक लोक अभियोजन पुरूषोतम शर्मा के द्वारा राज्य स्तर पर तीन सदस्‍यीय विशेष टास्क फोर्स का गठन किया गया।इस विशेष टास्क फोर्स में रतलाम डीडीपी सुशील कुमार जैन,अकरम शेख (राज्य समन्वयक एनडीपीएस एक्ट) डीपीओ इंदौर एवं नितेश कृ‍ष्णन एडीपीओ मंदसौर को रखा गया है।

बता दें कि उक्त तीनों अधिकारी एनडीपीएस एक्ट के संबंध में विभिन्न केन्द्रीय एवं राज्य प्रशिक्षण संस्थान में विशेषज्ञ के रूप में व्याख्यान देते रहे हैं तथा पुलिस, अभियोजन, नारकोटिक्स, एनसीबी आदि इकाईयों में भी प्रशिक्षण देते रहे हैं।

अभियोजन मीडिया सेल प्रभारी शिव मनावरे ने बताया कि उल्लेखनीय है कि राज्य शासन की ओर से ड्रग माफिया पर कठोर कार्रवाई करने के लिए मुहिम शुरू की गई है। इसी कड़ी में एनडीपीएस जैसे अपराध जो समाज पर गंभीर प्रभाव डालते हैं ऐसे अपराधियों के प्रति सख्त से सख्त कार्रवाई हो ऐसा संदेश अभियोजन महानिदेशक पुरूषोत्तम शर्मा द्वारा अभियोजन अधिकारियों को दिया गया है।

इस टास्क फोर्स के गठन के उद्देश्य के संबंध में पुरूषोत्तंम शर्मा के द्वारा यह बताया गया है कि पूरे मध्य प्रदेश राज्य में एनडीपीएस के अपराधों के अनुसंधान स्तर पर आने वाली तकनीकी त्रुटियां कैसे दूर की जा सकती हैं। साथ ही अभियोजन संचालन किस प्रकार से प्रभावी ढंग से हो सके ताकि एनडीपीएस तस्करों को अधिक से अधिक सजा दिलाई जा सके।

इस टास्क फोर्स द्वारा इन उद्देश्यों की पूर्ति के लिये तीन विषय विशेषज्ञों को इसमें रखा गया है। इसमे रतलाम डीडीपी सुशील कुमार जैन प्रमुख रूप से शामिल हैं, जिन्हें जिले का प्रभार दिया गया।


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पत्रकारिता पेशा नहीं ज़िम्मेदारी है और जब बात ज़िम्मेदारी की होती है तब ईमानदारी और जवाबदारी से दूरी बनाना असंभव हो जाता है। एक पत्रकार की जवाबदारी समाज के लिए उतनी ही आवश्यक होती है जितनी परिवार के लिए क्यूंकि समाज का हर वर्ग हर शख्स पत्रकार पर आंख बंद कर उस तरह ही भरोसा करता है जितना एक परिवार का सदस्य करता है। पत्रकारिता मनुष्य को समाज के हर परिवेश हर घटनाक्रम से अवगत कराती है, यह इतनी व्यापक है कि जीवन का कोई भी पक्ष इससे अछूता नहीं है। यह समाज की विकृतियों का पर्दाफाश कर उन्हे नष्ट करने में हर वर्ग की मदद करती है।इसलिए पं. कमलापति त्रिपाठी ने लिखा है कि," ज्ञान और विज्ञान, दर्शन और साहित्य, कला और कारीगरी, राजनीति और अर्थनीति, समाजशास्त्र और इतिहास, संघर्ष तथा क्रांति, उत्थान और पतन, निर्माण और विनाश, प्रगति और दुर्गति के छोटे-बड़े प्रवाहों को प्रतिबिंबित करने में पत्रकारिता के समान दूसरा कौन सफल हो सकता है।

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