रतलाम। सुशील खरे।
वीर सावरकर को लेकर बीजेपी और कांग्रेस के बीच चल रही जंग के बीच रतलाम के एक शासकीय स्कूल में सावरकर के फोटो छपी कॉपियां वितरित होने पर प्राचार्य को निलंबित कर दिया गया। बताया जा रहा है कॉपियों का वितरण वीर सावरकर हितार्थ जनकल्याण समिति द्वारा निशुल्क किया गया था। कॉपियों के दोनों तरफ सावरकर के फोटो और जीवनी के साथ ही एनजीओ (गैर सरकारी संगठन) के पदाधिकारियों के फोटो छपे थे।
जानकारी के मुताबिक जिले की शासकीय मलवासा हाईस्कूल में वीर सावरकर के फोटो छपी कॉपियां वितरित होने पर संभागायुक्त ने स्कूल के प्राचार्य आरएन केरावत को निलंबित कर दिया। कॉपियों का वितरण चार नवंबर को किया गया था, लेकिन शिकायत के बाद कार्रवाई अब की गई। प्राचार्य को स्कूल में नवाचार के लिए 2011 में राष्ट्रपति पुरस्कार मिल चुका है।बताया जा रहा है जिस समिति ने स्कूल में कॉपियां बांटी थी, उसके पदाधिकारी भाजपा समर्थक हैं। समिति ने ही कॉपी वितरण के फोटो और जानकारी फेसबुक पर अपलोड की थी। इधर प्रचार पर की गई कार्रवाई का विरोध भी हो रहा है| संयुक्त मोर्चा सहित मप्र तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ प्राचार्य के समर्थन में आ गए हैं। उनका मानना है कि प्राचार्य केरावत को निलंबित करना गलत है। सरकारी स्कूलों में आए दिन सामाजिक संस्थाएं और व्यक्ति पाठ्यपुस्तक वितरित करते हैं। ऐसे में इसे राजनीति से जोड़ना सही नहीं है|