वहीं दिन भर तेज गर्मी हो रही है। इस वजह से कई लोग बीमार भी हो रहे हैं। आपको बता दे, लेह में न्यूनतम तापमान -0.8 डिग्री दर्ज किया गया है वहीं द्रास में -1.6 डिग्री न्यूनतम तापमान दर्ज किया गया है। कहा जा रहा है कि इसका सीधा असर मैदानी राज्यों में देखने को मिलेगा। क्योंकि मैदानी राज्यों में जैसे ही बारिश में कमी हुई है वैसे ही रात का तापमान तेजी से गिरा है। ऐसे में अब लोगों का भी ये ही मानना है कि जल्द ही सर्दी आने वाली है और इस साल कड़ाके की ठंड पड़ने वाली है।
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मध्यप्रदेश में रिकॉर्ड तोड़ ठंड पड़ेगी –
जानकारी के मुताबिक, इस साल मध्यप्रदेश और उसके आसपास के राज्यों में भी भीषण सर्दी पड़ने वाली है। कहा जा रहा है कि इस बार करीब ढाई महीने तक ठंड रहेगी। नवंबर में ठंड दस्तक देगी जो दिसंबर में और ज्यादा बढ़ जाएगी। वहीं इसका पीक जनवरी में देखने को मिलता है। उसके बाद फिर मौसम में बदलाव होता है। लेकिन लगातार इसका ट्रेंड बदलता जा रहा है। क्योंकि धीरे धीरे सभी चीज़ों में बदलाव होने की वजह से बारिश भी इस बार काफी ज्यादा रही है और ठंड भी बहुत ज्यादा पड़ने वाली है। इसका अहसास लोगो को अभी से होने लग गया है। इस साल मध्य प्रदेश में रिकॉर्ड ठंड पड़ने वाली है। कहा जा रहा है कि करीब 20 दिनों तक तापमान 10 डिग्री सेल्सियस से कम रहेगा और 15 दिन शीतलहर चलेगी।
पहाड़ों में हो रही जोरदार बर्फ़बारी –
अभी से ही हिमालयी क्षेत्र के कई इलाके में बर्फ़बारी तेज हो गई है। सभी पहाड़ों के साथ घर ढके हुए है। कई हिल स्टेशनों में तापमान में काफी गिरावट आई है। 11 अक्टूबर को हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिले के रोहतांग दर्रे पर ताजा हिमपात हुआ। जिसकी तस्वीरें भी सामने आई है। देखें तस्वीरें –