रीवा, डेस्क रिपोर्ट
कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच लापरवाही का बड़ा मामला सामने आया है| श्याम शाह चिकित्सा महाविद्यालय में कोरोना संदिग्ध युवक की मौत के बाद शव बदलने के मामले में बड़ी करवाई की गई है| कमिश्नर राजेश कुमार जैन ने मामले में प्रथम दृष्टया लापरवाही सामने आने के बाद डॉ राकेश पटेल को सस्पेंड कर दिया है| सोमवार शाम को इस सम्बन्ध में आदेश जारी किये गए हैं|
श्यामशाह चिकित्सीय महाविद्यालय में विवेक कुशवाह की मृत्यु होने उनके परिजनों को सूचित न कर गलत टैग लगाने से अन्य व्यक्ति के स्थान पर कुशवाह का अंतिम संकस्कार कर दिया गया| मामले में डॉ राकेश पटेल, सह प्राध्यापक मेडिसन विभाग की लापरवाही मानते हुए उन्हें निलंबित किया गया है|
बताया जाता है कि पांच अगस्त को विवेक कुशवाहा (22) को बुखार आने के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उसे छह अगस्त को गंभीर रोगी वार्ड में शिफ्ट किया गया। दूसरे दिन बताया गया कि वह कोरोना संदिग्ध है, जिस पर उसे कोरोना वार्ड में भर्ती किया गया। आठ अगस्त को उसकी मौत हो गई। इसकी सूचना उन्हें नौ अगस्त को दी गई। 10 अगस्त को जब वह बेटे का शव देखने अस्पताल पहुंचीं तो उन्हें बैग में बंद शव दिखाया गया। इस पर उनके बेटे का नाम व फोटो लगी थी। जब खोल कर देखा तो वह वृद्ध का शव निकला। इसकी शिकायत अस्पताल प्रबंधन से की गई और जिला प्रशासन सहित पुलिस को भी सूचना दी गई।