Rewa News : मध्य प्रदेश का रीवा जिला आए दिन मीडिया में चर्चा का विषय बना रहता है। कभी यहां चोरी, तो कभी डकैती जैसे मामले सामने आते हैं। तो कभी यहां के आम इंसान सुविधाओं से वंचित होकर परेशान रहते हैं। इसका एक ताजा मामला सामने आ रहा है, जब किसान काफी ज्यादा दुखी और हताश हैं। उनकी समस्या सुनने या देखने वाला कोई भी नहीं है। हजारों की संख्या में किसान लाइन लगाकर खाद पाने के लिए तरस रहे हैं, तो वहीं प्रशासन द्वारा व्यवस्थाएं सुधारने की बात कही जा रही है जो जमीनी स्तर पर बिल्कुल भी सच होती नहीं दिखाई दे रही है।
दरअसल, मामला करहिया मंडी का है, जहां खाद काउंटर बनाया गया है। यहां हजारों की संख्या में किसान पहुंचे और खाद पाने के लिए घंटों लाइन में खड़े रहे, लेकिन उन्हें खाद नहीं मिल पाया। जिन्हें मिला उन्हें काफी कड़ी मशक्कत करनी पड़ी है।
नहीं मिल रही खाद
किसानों का कहना है कि अव्यवस्थाओं के कारण खाद वितरण की व्यवस्था पूरी तरह से बिगड़ गई है। वह सुबह 4:00 बजे से लाइन में लगे हैं। इसके बावजूद खाद नहीं मिल पाया है। उनका आरोप है कि प्रशासन की अनदेखी के कारण उन्हें ऐसी समस्याओं का सामना करना पड़ा है। कुछ किसानों का कहना है कि वह पिछले दो-तीन दिनों से लगातार परेशान है, लेकिन उन्हें अब तक खाद नहीं मिल पाया है। मामले में एक नया मोड़ भी सामने आया है, जब कुछ लोगों द्वारा खाद की कालाबाजारी का भी गंभीर आरोप लगाया गया है।
किसानों ने कही ये बातें
वहीं, दूर-दराज से पहुंचे किसानों का कहना है कि वह दिन-भर भूखे और प्यासे लाइन में खड़े हैं, लेकिन उनकी सुनवाई नहीं हो रही है। भलुहा गांव से आए रामनरेश कुशवाहा और हीरामणि तिवारी ने मामले को लेकर बताया कि वह सुबह 5:00 बजे से लाइन में लगे हुए हैं। भूख-प्यास से जान निकल रही है। इसके बावजूद खाद नहीं मिल पाया है और उन्होंने खाद पाने की उम्मीद भी अब छोड़ दी है। प्रशासन की ऐसी हरकतों के कारण किसानों को काफी ज्यादा परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
नायब तहसीलदार ने कही ये बात
मामले को लेकर मंगवा नायब तहसीलदार महिमा पाठक ने बताया कि मंडी में खाद वितरण के लिए काउंटर चलाए जा रहे हैं। हालांकि, खाद लेने के लिए बड़ी संख्या में किसान पहुंच रहे हैं, जिसे देखते हुए काउंटर की संख्या बढ़ा दी गई है। आगे उन्हें परेशानी ना हो, इस बात का खास ख्याल रखा जाएगा।