Rewa News: मत्स्य विभाग ने की छापेमार कार्रवाई, कई क्विंटल मछलियां जब्त, जानें पूरा मामला

मत्स्य विभाग को मुखबिर से सूचना मिली थी कि कुछ स्थानीय लोग तालाब में लंबे समय से मांगुर मछली का पालन कर रहे हैं।

Sanjucta Pandit
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Rewa News : रीवा जिले से इस वक्त की बड़ी खबर सामने आई है, जब मत्स्य विभाग द्वारा आज छापेमार कार्रवाई की गई है। इस दौरान कई क्विंटल मांगुर मछलियां जब्त की गई है। जिसपर सरकार द्वारा बिक्री पर प्रतिबंध लगाया जा चुका है। इसके बावजूद कुछ लोग इसका पालन और व्यवसाय कर रहे हैं। वहीं, इस कार्रवाई के बाद से इलाके में सनसनी फैली हुई है। आइए जानते हैं विस्तार से…

मुखबिर से मिली सूचना

दरअसल, मत्स्य विभाग को मुखबिर से सूचना मिली थी कि कुछ स्थानीय लोग तालाब में लंबे समय से मांगुर मछली का पालन कर रहे हैं। केवल इतना ही नहीं, वह इस बाजार में इसे खुलेआम बेचते भी है। जिस पर त्वरित कार्रवाई करते हुए गुढ़ थाना पुलिस की मदद से संयुक्त कार्रवाई की गई। फिलहाल, पुलिस द्वारा आगे की कानूनी कार्रवाई की जा रही है।

खाने से हो सकता है कैंसर

बता दें कि मांगुर मछली को थाई मांगूर भी कहा जाता है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इसे सबसे पहले साल 1998 में केरल राज्य में प्रतिबंधित किया गया था। जिसके बाद साल 2000 में पूरे देश में इसकी बिक्री पर प्रतिबंध लगा दिया गया। डॉक्टरों के अनुसार, इस मछली को खाने से कैंसर का खतरा का खतरा रहता है जोकि जानलेवा बीमारी है। यह मछली जहां भी रहती है, वहां एक भी कीड़े-मकौड़े नहीं रहते हैं। इससे वातावरण को भारी नुकसान पहुंचता है। इसलिए गंभीरता को देखते हुए इस मछली के बिक्री पर रोक लगा दी गई है।


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Sanjucta Pandit

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मैं संयुक्ता पंडित वर्ष 2022 से MP Breaking में बतौर सीनियर कंटेंट राइटर काम कर रही हूँ। डिप्लोमा इन मास कम्युनिकेशन और बीए की पढ़ाई करने के बाद से ही मुझे पत्रकार बनना था। जिसके लिए मैं लगातार मध्य प्रदेश की ऑनलाइन वेब साइट्स लाइव इंडिया, VIP News Channel, Khabar Bharat में काम किया है।पत्रकारिता लोकतंत्र का अघोषित चौथा स्तंभ माना जाता है। जिसका मुख्य काम है लोगों की बात को सरकार तक पहुंचाना। इसलिए मैं पिछले 5 सालों से इस क्षेत्र में कार्य कर रही हुं।

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