रीवा।
वरिष्ठ अधिकारियों की नजरों में अपने नंबर बढाने और इमेज चमकाने के लिए चाटुकारिता करने वाले पुलिसकर्मियों की अब खैर नही है। अगर अब कोई पुलिसकर्मी किसी अधिकारी के पैर छूते या फिर दंडवत प्रणाम करते हुए नजर आया तो उस पर कार्रवाई की जाएगी।रीवा आईजी चंचल शेखर आईजी ने इसको लेकर एक बड़ा फैसला लिया है। आईजी ने पुलिसकर्मियों द्वारा वरिष्ठ अधिकारियों को अभिवादन स्वरूप चरण स्पर्श जैसे शब्दों के बोलने पर रोक लगा दी है, वही उल्लघंन करने वालों पर कार्रवाई की बात कही है।
दरअसल, रीवा आईजी चंचल शेखर ने वर्दी पहनकर पैर छूने और फोन में चर्चा करने के पहले और बाद में चरण स्पर्श जैसे शब्द पर रोक लगा दी है।इसके बदले आईजी ने नमस्कार ,जय हिंद, गुड मॉर्निंग, गुड इवनिंग जैसे शब्दों के प्रयोग करने को कहा है। रीवा आईजी चंचल शेखर ने संभाग के सभी पुलिस अधीक्षकों को इसका पालन कराने के लिए निर्देश जारी कि है और उल्लंघन करने पर कार्रवाई करने की बात कही है।खास बात ये है कि चंचल शेखर पहली आईजी ने जिन्होंने ऐसे करने पर सीधा रोक लगा दी है और कार्रवाई की बात कही है।
बता दे कि राजनीति और अफसरशाही में चरणवंदना का इतिहास पुराना है, जहां समर्थकों को अपने नेताओं के चरण वंदना करते हुए कई बार देखा गया है वही पुलिसकर्मी भी इसमें पीछे नही है। मीडिया में कई बार ऐसे तस्वीरे वायरल हुई है जिसको लेकर खूब बवाल भी मचा है, यहां तक की कई पुलिसकर्मियों और अधिकारियों के लिए तबादलें भी हो गए है, लेकिन सिलसिला जारी है।