ग्वालियर, अतुल सक्सेना। गणतंत्र दिवस (Republic Day) पर दिल्ली (Delhi) में लाल किले (Red Fort) पर हुई हिंसा और राष्ट्रीय ध्वज (National Flag) के अपमान पर अखिल भारत हिंदू महासभा (Akhil Bharat Hindu Mahasabha) आक्रोशित हैं। पार्टी ने ऐसा कृत्य करने वालों को फांसी देने की मांग की है और एक ज्ञापन प्रधानमंत्री के नाम सौंपा है। साथ ही ग्वालियर में महापुरुषों की प्रतिमाओं के लगातार अपमान पर भी पार्टी ने नाराजगी जताई है। पार्टी ने राज्य सभा सांसद और ग्वालियर के पूर्व महाराजा ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) के लिए सद्बुद्धि यज्ञ किया।
अखिल भारत हिंदू महासभा (Akhil Bharat Hindu Mahasabha) ने आज लाला लाजपत राय (Lala Lajpat Rai) की जयंती पर उनकी प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। पार्टी ने कहा कि महापुरुषों और राष्ट्रीय प्रतीकों का अपमान हम बर्दाश्त नहीं करेंगे । पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ जयवीर भारद्वाज ने कहा कि जिसने भी तिरंगे का अपमान किया है उसे देश द्रोही करार कर देश निकाला दिया जाए या फांसी दी जाए । पार्टी ने कहा कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) और मप्र के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ (Kamalnath) पर भी कार्रवाई की जाए। राहुल ने किसानों को भड़काया और कमलनाथ 3000 ट्रैक्टर लेकर गए थे। पार्टी ने अपनी मांगों को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम एक ज्ञापन सौंपा।
ज्योतिरादित्य सिंधिया के लिए किया सद्बुद्धि यज्ञ
ग्वालियर में महापुरुषों की प्रतिमाओं के लगातार हो रहे अनादर और उपेक्षा को लेकर भी अखिल भारत हिंदू महासभा (Akhil Bharat Hindu Mahasabha) आक्रोशित है। पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ जयवीर भारद्वाज ने कहा कि 25 जनवरी को राजमाता सिंधिया की पुण्य तिथि पर सिटी सेंटर तिराहे पर लगी उनकी प्रतिमा उपेक्षित पड़ी रही। चारों तरफ होर्डिंग लगे रहे। लेकिन ना शिवराज सरकार ने ध्यान दिया ना स्थानीय नगर निगम ने, जबकि दोनों ही भाजपा की है। सबसे शर्मनाक बात तो ये है कि प्रतिमा की चिंता राजमाता के पौत्र ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) ने भी नहीं की। पार्टी ने कहा कि सिंधिया और शिवराज सरकार धार्मिक भावनाओ के विपरीत काम कर रहे हैं। हमारा कहना है कि मंदिरों से अतिक्रमण हटाया जाए तीन साल से बंद वीर सावरकर जनता के लिये खोला जाए। लेकिन गूंगी बहरी अंधी सिंधिया शिवराज सरकार को का कुछ सुनाई देता है ना दिखाई देता है। इसलिए हम सदबुद्धि यज्ञ कर रहे हैं कि सिंधिया और शिवराज को सद्बुद्धि आये। उन्होंने कहा कि यदि सात दिनों में हमारी मांगों पर गौर नहीं किया गया तो उग्र आंदोलन किया जायेगा।