सागर/मनीष तिवारी
सागर पुलिस ने एक साल पुराने जघन्य हत्याकांड का खुलासा किया है जिसमें आरोपियों ने मुखबिरी के शक में अपने ही साथी की बेरहमी से हत्या कर दी थी। पुलिस में मृतक सुनील शुक्ला के परिजनों ने उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट लिखाई थी जिसकी जांच करते हुए पुलिस हत्यारों तक पहुंच गई।

दरअसल पुलिस के पास सुनील शुक्ला के परिवार ने 26 अप्रैल 2019 को उसके गुमशुदगी की रिपोर्ट लिखाई थी। पुलिस ने अपने मुखबिर तंत्र को एक्टिव किया तो पाया कि सुनील शुक्ला के लापता होने से पहले उसका संजू घोषी से ही कुछ विवाद हुआ था, जब पुलिस ने संजू घोषी और उसके कुछ गुर्गों से सख्ती से पूछताछ की तो सारा किस्सा सामने आ गया। संजू घोषी ने अपने कबूलनामें में बताया की उसे सुनील शुक्ला पर उसकी ही अवैध शराब पकड़वाने का शक था और 11 अप्रैल को उसका इसी बात पर सुनील शुक्ला से विवाद हुआ और आरोपी संजू घोषी ने वीरू तिवारी के घर पर सुनील को पहले शराब पिलाई और फिर मारपीट की और फिर एक कार में उसे रतौना रेलवे ट्रैक पर फेंक दिया जहाँ उसका सर पटरी पर रख दिया गया ताकि उसकी शिनाख्त न हो सके और इस तरह से सुनील शुक्ला की उसने बेरहमी से हत्या कर दी, पुलिस ने संजू सहित 6 लोगों को हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया है जबकि 2 अन्य फरार हैं। संजू घोषी पर शराब के अवैध कारोबार के अलावा करीब 15 मामले दर्ज हैं जिनमें एक रेल कर्मी की हत्या कर जलाने का मामला भी है।