सागर। विनोद जैन।
प्रदेश में सत्ता परिवर्तन हो गई लेकिन शासकीय स्कूलों में जो बदहाली का आलम वह वैसा का वैसा ही है। इसमें कोई बदलाव नही आया है।ताजा मामला सागर जिले के परसोरिया से सामने आया है। जहां शासकीय प्राथमिक शाला छात्र -छात्राओं को जहां पढ़ाया जाता है वहां श्वान घूमते है और उनके सामानों में जहां तहां मुंह मारते रहते है। ऐसे में कभी भी कोई घटना हो सकती है।लेकिन यहा तो कोई सुध लेना वाला नही। ना ही स्कूल प्रबंधन और ना ही प्रशासन। ऐसे में सवाल उठना लाजमी है कि क्या ऐसे आगे बढ़ेगा इंडिया।
जिले के परसोरिया के शासकीय प्राथमिक शाला में जहां बच्चे पढ़ाई करते है वहां कुत्तों का जमावड़ा लगा रहता है। कुत्ते इधर से उधर विचरण करते रहते है। इतना ही नहीं यह बच्चे इसी गंदगी के माहौल में खाना भी खाते हैं। जब बच्चे खाना खाते हैं तो कभी-कभी यह कुत्ते उनकी थाली को भी झूठा कर देते हैं। हैरानी की बात तो ये है कि अभी तक इस मामले में ना तो स्कूल प्रशासन और ना ही जिले के स्कूल शिक्षा विभाग ने इस ओर ध्यान केन्द्रित किया है। जानकारी के अनुसार कुत्ते कई बार बच्चों पर हमला भी कर चुके है और कुछ को काटा भी गया है।इसकी शिकायत परिजनों द्वारा भी कई बार की जा चुकी है, लेकिन अब तक इस पर कोई कार्रवाई नही की गई है। ऐसे में अब नई सरकार से सुधार की उम्मीद लगाई जा रही है। हो सकता है कि सरकार इस संबंध में कुछ कदम उठाएं और बच्चों को इन मुश्किलों से निजात मिल पाए। इस मामले में जब स्कूल शिक्षा विभाग के अधिकारियों से बात की तो उन्होंने कहा कि मामले में जांच के उपरांत कार्रवाई की बात कही।