MP News: कहते हैं प्यार की कोई सीमा नहीं होती है, प्यार में न जाति देखी जाती है, न धर्म, न उम्र और न ही जेंडर। और इन सब के बीच प्यार को पंख देने का काम कर रहा है सोशल मीडिया। सोशल मीडिया का ज़माना अब सिर्फ़ दोस्ती तक सीमित नहीं रहा है बल्कि अब, सोशल मीडिया लोगों के रिश्ते बनाने में भी मदद कर रहा है। अब ऐसा ही एक दिलचस्प मामला मध्य प्रदेश के नौगांव के दौरिया गाँव से सामने आया है।
जहाँ दो युवती की दोस्ती इंस्टाग्राम पर हुई, ये दोस्ती प्यार में बदली, देखते ही देखते यह प्यार शादी के बंधन में बँध गया। दरअसल, यहाँ की रहने वाली सोनम यादव ने असम की अलका वर्मन से तीन साल पहले इंस्टाग्राम पर दोस्ती की, जो देखते ही देखते गहरे प्यार में बदल गई, और अब दोनों ने शादी कर ली।

परिवार वालों ने नहीं जतायी कोई आपत्ति
सबसे ख़ास बात यह रही कि इस रिश्ते को लेकर सोनम के परिवार वालों ने किसी भी तरह का हंगामा नहीं किया न ही विरोध जताया। इतना ही नहीं उन्होंने ख़ुशी ख़ुशी दोनों के प्रेम को स्वीकार किया और शादी के लिए अनुमति भी दी। लेकिन ये शादी इतनी भी आसान नहीं रही , दरअसल कुछ दिनों पहले ही सोनम के घर वालों ने सोनम के लापता होने की रिपोर्ट दर्ज कराई थी।
21 मार्च को लापता हुई थी सोनम
दरअसल, इस मामले की शुरुआत 21 मार्च से हुई। सोनम यादव के अचानक लापता होने की रिपोर्ट नौगाँव थाने में दर्ज कराई गई थी। पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए सोनम की फ़ोन लोकेशन ट्रेस की, जिससे पता चला कि वह कानपुर में मौजूद है। जब पुलिस ने सोनम से संपर्क किया तो सोनम ने ख़ुद ही थाने में आकर अपना बयान दर्ज कराने की बात कही।
फिर कुछ दिनों के बाद सोनम अपनी प्रेमिका के साथ अपने गाँव दौरिया लौट आयी। इस दौरान पुलिस ने दोनों से खुलकर बातचीत की और परिवार वाले का भी पक्ष जाना। सोनम ने यह स्पष्ट किया कि वह अलका के साथ रहना चाहती है और उससे शादी करना चाहती है। फिर क्या होना था, बस परिवार वालों ने धार्मिक रीति रिवाज़ों के साथ दोनों का विवाह किया, और सोनम को असम के लिए विदा किया।
मंदिर के पुजारियों ने शादी करवाने से किया था मना?
आपको बता दें, जब सोनम और अलका ने शादी करने का फ़ैसला किया और इसे सामाजिक मान्यता देने के लिए मंदिर पहुँची तो उन्हें पुजारियों ने साफ़ मना कर दिया। पुजारियों ने समलैंगिक विवाह कराने से साफ़ इंकार किया, जिससे दोनों निराश हो गई, फिर दोनों ने थाने में ही शादी की। दोनों ने थाने के सामने एक दूसरे को माला पहनाई और विवाह की रस्म पूरी की, विवाह के बाद कि अन्य रस्में घर में की गई।