भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत (Sarsanghchalak Mohan Bhagwat) और सरकार्यवाह सुरेश भैयाजी जोशी (Sarkaryavah Suresh Bhaiyaji Joshi) संगठन की क्षेत्रीय समिति की बैठक में शामिल होने के लिए चार दिवसीय दौरे पर बुधवार को भोपाल आ गए हैं। भागवत आगामी 4 दिनों तक भोपाल में रहेंगे और गुरुवार से बैठकों में हिस्सा लेंगे। 3 महीने में संघ प्रमुख का यह तीसरा दौरा है।
मध्य भारत प्रांत के प्रचार प्रमुख ओमप्रकाश सिसोदिया ने बताया कि भागवत और जोशी शनिवार तक प्रदेश की राजधानी भोपाल में रहेंगे। वह शहर के बाहरी इलाकों में स्थित शारदा विहार स्कूल में आरएसएस (RSS) की मध्य क्षेत्र की गुरुवार से आयोजित होने वाली कार्यसमिति की बैठक में शामिल होंगे। इस बैठक में मध्य प्रदेश (madhya pradesh) और छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के पदाधिकारी हिस्सा लेंगे। इस बैठक में 40 प्रमुख पदाधिकारी शामिल होंगे। पदाधिकारियों को सौंपे गए दायित्व और संघ कार्यों की समीक्षा के साथ भविष्य के कार्यों की चर्चा की जाएगी। सूत्र बताते हैं कि बैठक में कोरोना काल मे संघ द्वारा की गई सेवाओं की समीक्षा होगी। आदिवासियों के बीच में भ्रम फैलाने वाले संस्थानों से निपटने व मजदूरों को मुख्य धारा में लाने की रणनीति बनाई जाएगी ।
जनगणना को लेकर बनेगी रणनीति
बताते हैं कि कुछ संस्थाएं आदिवासियों को प्रलोभन देकर भ्रमित कर रही है। संस्थाओं का कहना है कि 2021 की जनगणना में वह अपने नाम के आगे हिंदू धर्म नहीं दर्ज कराएं। मध्य क्षेत्र की बैठक में इस रणनीति से निपटने पर विचार किया जाएगा। संघ की मंशा जनगणना 2021 में आदिवासी के नाम के आगे हिंदू धर्म दर्ज कराने की है।
दिग्विजय ने कसा तंज
पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह (Digvijay Singh) ने ट्वीट कर कहा कि मोहन भागवत का भोपाल (bhopal) में पुनः हार्दिक स्वागत। क्या भाजपा की गिरती साख पर चर्चा करेंगे? क्या खुल कर करोड़ों में बिकने वाले पूर्व विधायकों को संघ के चाल चरित्र और चेहरे से परिचित कराएंगे? या संघ भी विधायकों की खरीद-फरोख्त का समर्थन करती है? आज भागवत जी को स्पष्टीकरण देना चाहिए।