Satna News: सरकारी अस्पताल का बुरा हाल, स्ट्रेचर पर मरीज नहीं ढोया जा रहा पानी, वीडियो वायरल, जानें पूरा मामला

सतना जिला अस्पताल में स्ट्रेचर पर पानी ढोने का मामला सामने आया है। अस्पताल प्रबंधन से जांच कर कार्रवाई की बात कही है।

Manisha Kumari Pandey
Published on -
satna news

Satna News: सतना जिला अस्पताल में बड़ी लापरवाही का मामला सामने आया है। जहां स्ट्रेचर का इस्तेमाल मरीजों के लिए बल्कि पानी के डिब्बे ढोने के किया जा रहा है। दरअसल, सरदार वल्लभ भाई पटेल का एक वीडियो वायरल हुआ। जिसमें एक महिला स्ट्रेचर पर पानी के डिब्बे ढोती नजर आ आई। इस वीडियो अस्पताल के व्यवस्था पर कई सवाल खड़े कर दिए हैं।

पहले भी सुर्खियों में आ चुका है अस्पताल

बता दें इससे पहले भी अस्पताल प्रबंधन अपनी घोर लापरवाही के लिए सुर्खियों में आ चुका है। फरवरी में जिला अस्पताल में स्ट्रेचर न मिलने पर परिजन मरीज को बाइक पर बैठाकर वार्ड के अंदर तक घुस गए थे। ऐसी घटनाओं के बाद स्ट्रेचर से पानी ढोने की तस्वीरें वायरल होने से जिला अस्पताल प्रबंधन की लापरवाही का बेजोड़ नमूना सामने आया है।


About Author
Manisha Kumari Pandey

Manisha Kumari Pandey

पत्रकारिता जनकल्याण का माध्यम है। एक पत्रकार का काम नई जानकारी को उजागर करना और उस जानकारी को एक संदर्भ में रखना है। ताकि उस जानकारी का इस्तेमाल मानव की स्थिति को सुधारने में हो सकें। देश और दुनिया धीरे–धीरे बदल रही है। आधुनिक जनसंपर्क का विस्तार भी हो रहा है। लेकिन एक पत्रकार का किरदार वैसा ही जैसे आजादी के पहले था। समाज के मुद्दों को समाज तक पहुंचाना। स्वयं के लाभ को न देख सेवा को प्राथमिकता देना यही पत्रकारिता है। अच्छी पत्रकारिता बेहतर दुनिया बनाने की क्षमता रखती है। इसलिए भारतीय संविधान में पत्रकारिता को चौथा स्तंभ बताया गया है। हेनरी ल्यूस ने कहा है, " प्रकाशन एक व्यवसाय है, लेकिन पत्रकारिता कभी व्यवसाय नहीं थी और आज भी नहीं है और न ही यह कोई पेशा है।" पत्रकारिता समाजसेवा है और मुझे गर्व है कि "मैं एक पत्रकार हूं।"