सतना के स्वास्थ्य मॉडल को राष्ट्रीय स्तर पर मिली पहचान, PM नरेंद्र मोदी ने की प्रशंसा, जानें क्या कहा?

सतना के मधुरिमा सेवा संस्कार संस्थान के स्वास्थ्य मॉडल की पीएम नरेंद्र मोदी ने तारीफ की है। यह संस्थान जिले में संस्कार पाठशाला भी चला रही है। चिकित्सा क्षेत्र में भी कई नवाचार किए गए हैं।

Manisha Kumari Pandey
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Satna News: स्वामी विवेकानंद की जयंती के अवसर पर नई दिल्ली में राष्ट्रीय युवा दिवस पर कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस दौरान सतना जिले के स्वास्थ्य मॉडल को राष्ट्रीय पर पहचान मिली है। खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसमें रुचि दिखाई है।

दरअसल, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी  ने विकसित भारत यंग इंडिया लीडर्स डायलॉग में देशभर से चिन्हित 10 प्रतिभागियों से संवाद किया और उनके नवाचारों को समझा। इसमें मध्य प्रदेश के सतना जिले की मधुरिमा सेवा संस्कार संस्थान की संस्थापिका डॉ स्वप्ना वर्मा भी शामिल थी। वह मोदी सरकार की “बीमारी मुक्त भारत अभियान” के संकल्प को पूरा करने के तहत सतना जिले में जमीनी स्तर पर काम कर रही हैं।

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पीएम मोदी ने क्या कहा? (PM Narendra Modi)

पीएम ने डॉ वर्मा से सतना के स्वास्थ्य मॉडल पर चर्चा की। जिले को बीमारी मुक्त और स्वस्थ बनाने के लिए कितने समय से और किस तरह से काम कर रही हैं, इसकी जानकारी भी ली।  उनके इस अभियान में स्थानीय लोगों की कितनी भागीदारी और हिस्सेदारी है, यह भी पूछा। चर्चा के बाद प्रधानमंत्री ने उनके प्रयासों को सराहा और कहा कि, “स्वस्थ भारत के लिए आप जैसे युवाओं का एक्टिव होना जरूरी है।” उन्होनें आगे कहा, “मुझे इस बात पर गर्व है कि युवा जमीन पर उतरकर जनता के साथ जुड़कर भारत को “विकसित भारत” बनाने के अभियान में लगे हुए हैं।”

क्यों खास है स्वास्थ्य मॉडल? (Satna Health Model)

कार्यक्रम में दिखाए गए वीडियो के मुताबिक सतना जिले में मधुरिमा सेवा संस्कार संस्थान “बीमारी मुक्त भारत अभियान” के तहत सतना प्रकल्प पर काम कर रहा है। इसके तहत घर-घर पहुंचकर स्वास्थ्य परीक्षण किया जाता है। मरीजों का डिजिटल प्रोफाइल भी बनाया जाता है। इसके अलावा  फैमिली ट्री चार्ट तैयार किया जाता है। मास हेल्थ स्क्रीनिंग से भविष्य में होने वाली गंभीर बीमारी और अनुवांशिक बीमारी का पता लगाकर संभावित खतरे को कम किया जाता है।

“राम राज्य” की स्थापना है संस्थान का मकसद (MP News)

संस्थान द्वारा संस्कार पाठशाला चलाई जा रही है, जिसमें नई पीढ़ी को संस्कारवान बनाया जाता है। बच्चों को महापुरुषों की प्रेरणादायक कहानी सुनाई जाती हैं। श्रीमद् भागवत गीता के श्लोक पढ़ाया जाता है।  समाज के आपसी विवाद और झगड़ों को सुलझाने के लिए विशेष अभियान भी संस्थान द्वारा चलाया जा रहा है, जिसमें 25 हजार परिवारों के विवादों को अब तक निपटाया गया है। इसका उद्देश्य “राम राज्य” की स्थापना है।

चिकित्सा शिक्षा के क्षेत्र में नवाचार किया गया है। इसमें मेडिकल टेक्स्ट एजुकेशन को एआई के माध्यम से एडवांस स्टीरियोस्कोपिक 3D मेडिकल लर्निंग एजुकेशन में बदला गया है। इसकी मदद से अब चिकित्सा शिक्षा के पूरे पाठ्यक्रम को सिर्फ पढ़ा और सुना ही नहीं जा सकता बल्कि इसे ऑडियो- विजुअली देखा और सुना जा सकता है।


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