सतना।
मध्यप्रदेश में शिक्षा विभाग की लापरवाही के कारण सतना जिले के दो लाख से अधिक स्कूली बच्चे अब तक स्कालरशिप से वंचित हैं। पात्र छात्र-छात्राएं के चयन के बावजूद उनके खाते में राशि नही ड़ाली गई है, जबकी शासन द्वारा राशि पहले ही स्वीकृत हो चुकी है। अगले महिने से परीक्षाएं शुरु होने वाली है, ऐसे में छात्र-छात्राएं फीस भरने और परीक्षा संबंधित जरुरी सामान खरीदने के लिए परेशान हो रहे है और स्कूलों के चक्कर काट रहे है।
दरअसल, बीते साल सरकार ने एक साथ 30 तरह की छात्रवृति एक क्लिक में छात्रों के खाते में पहुंचाने के प्रावधान किया हुआ है, लेकिन वर्तमान में सतना में अफसरों की लापरवाही से यह प्रशासनिक व्यवस्था फेल होती नजर आ रही है। साल समाप्ति की ओर है,लेकिन अबतक जिले में 2018-19 में मिलने वाली स्कॉलरशिप छात्रवृति नहीं मिली है।जबकी शासन द्वारा 20 करोड़ की राशि पहले ही स्वीकृत हो चुकी है, पात्र छात्रों का चयन कर लिया, लेकिन छात्रवृति की राशि अभी तक बच्चों के खातों में नहीं पहुंची।चिंता का विषय ये है कि अगले महिने से बोर्ड परीक्षाएं शुरु होने वाली है छात्र-छात्राओं को परीक्षा संबंधित आवश्यक चीजे खरीदनी होती है, जिससे छात्र परेशान हो रहे है। बताते चले कि करीब दो लाख 57 हजार छात्र-छात्राएं इसके लाभ से वंचित है। ऐसे में सवाल बड़ा है कि जब मैनुअल छात्रवृति देने का प्रावधान था, उस समय सत्र के बीच में ही छात्रवृति मिल जाती थी, लेकिन अब व्यवस्था डिजिटल होने के बावजूद भी छात्रों को लाभ नही मिल रहा है। खैर अब खाते में राशि ट्रांसफर करनें में कितना समय लगता है यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा।