ग्वालियर, अतुल सक्सेना। वैक्सीनेशन महाअभियान (Vaccination Campaign) के लिए प्रेरक की भूमिका में ग्वालियर पहुंचे सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) ने जहाँ हजीरा सिविल अस्पताल में बनाये गए वैक्सीनेशन सेंटर का शुभारम्भ किया वहीँ वैक्सीन (Vaccine) लगवाने आई एक महिला के माथे पर टीका लगाकर उसका स्वागत किया। सांसद सिंधिया ने इस मौके पर सभी लोगों को वैक्सीनेशन की शपथ भी दिलाई।
अंतरराष्ट्रीय योग दिवस (International Yoga Day) के मौके पर मध्यप्रदेश में शुरू हुए वैक्सीनेशन महाअभियान अभियान में ग्वालियर में वरिष्ठ जनप्रतिनिधि प्रेरक की भूमिका निभा रहे हैं। राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया भी आज ग्वालियर में प्रेरक की भूमिका में हैं।
सांसद सिंधिया हजीरा अस्पताल में बनाये गए वैक्सीनेशन सेंटर पर पहुंचे और उन्होंने वहां सेंटर का फीता काटकर शुभारम्भ किया। सिंधिया ने सेंटर के अंदर पहुंचकर मां सरस्वती की पूजा की और वहां वैक्सीनेशन के लिए आये लोगों से बातचीत की। सिंधिया जब वैक्सीन लगवाने आई एक महिला से बात कर वहां मौजूद ऊर्जा मंत्री एवं जिले के कोरोना प्रभारी मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर पूजा की थाली लेकर आये और सिंधिया के कान में कुछ कहा। सिंधिया ने मंत्री तोमर की बात समझते हुए थाली हाथ में ली और वैक्सीन लगाने आई महिला के माथे पर टीका लगा दिया।
सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने हजीरा अस्पताल परिसर में वैक्सीनेशन के लिए आये लोगों को शपथ भी दिलाई। उन्होंने शपथ दिलाते हुए कहा – हम संकल्प लेते हैं कि कोरोना महमारी से बचाव के लिए एक मात्र अस्त्र टीकाकरण है हम स्वयं इसे लगवाएंगे साथ ही सभी को समझायेंगे कि कोविड 19 बीमारी जानलेवा है। इससे होने वाली मौत और खतरों की रोकथाम सिर्फ कोविड 19 टीके से ही संभव है। यह टीका सुरक्षित, असरकारी एवं हानि रहित है आइये अब हम सब मिलकर कोविड 19 टीकाकरण अभियान को सफल बनायें।
पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ....
पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....