Gwalior news: केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया एक। दिवसीय प्रवास पर ग्वालियर आये, एयरपोर्ट पर भाजपा कार्यकर्ताओं ने उनका भव्य स्वागत किया। केंद्रीय मंत्री सिंधिया ने सभी को जन्माष्टमी की शुभकामनाएं दी। मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए सिंधिया ने कांग्रेस और विपक्ष पर जमकर निशाना साधा, यूपीएस के विरोध के सवाल पर सिंधिया ने कहा कि जो कांग्रेस चुनावों से पहले से ओपीएस चिल्ला रही है वो उसे लागू क्यों नहीं करती, हर बात का विरोध बंद करे और कुछ काम करे जनता सब देख रही है।
केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने ग्वालियर में 28 अगस्त को होने वाली रीजनल इंडस्ट्रियल कॉन्क्लेव के सवाल पर कहा कि “इसकी सभी को बड़ी उत्सुकता है, उन्होंने कहा मुझे विश्वास है कुछ अच्छे निर्णय उस दिन लिए जाएंगे, ग्वालियर चंबल संभाग के लिए कुछ अच्छी घोषणाएं होंगी 48 घंटे का समय हैं थोड़ा इंतजार कीजिए। ग्वालियर चंबल को मिलने वाले लाभ के सवाल पर सिंधिया ने कहा कि हमारे संभाग के लिए बहुत सारी संभावना है, हमारा संभाग दिल्ली का एक काउंटर मैग्नेट बन सकता है।”
संभावनाओं से भरा है हमारा संभाग: सिंधिया
“मैं यह समझता हूं कि हमारे संभाग में जो संभावनाएं हैं शायद किसी और क्षेत्र में इतनी संभावनाएं हो केवल उद्योग आदि के क्षेत्र में ही नहीं बल्कि सूचना प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में, कृषि फूड प्रोसेसिंग के क्षेत्र में, पर्यटन के क्षेत्र में हमारे मक्के और एडिबल ऑयल के क्षेत्र में, इथेनॉल के प्रोडक्शन के क्षेत्र में, बहुत सारी संभावनाएं धार्मिक पर्यटन के क्षेत्र में हैं और मुझे विश्वास है कि रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव उस लक्ष्य की पूर्ति के लिए मुख्यमंत्री जी के साथ बढ़ेगा।”
यूनिफाइड पेंशन स्कीम पर सिंधिया का विपक्ष को जवाब
सिंधिया ने यूनिफाइड पेंशन स्कीम को लेकर विपक्ष द्वारा सवाल खड़े किए जाने पर कहा है कि विपक्ष का काम ही विरोध करना है, विपक्ष का काम ही है देश को खड्डे में ले जाकर छोड़ना, जिस यूपीएस को प्रधानमंत्री मोदी ने कर्मचारी संगठनों से बात कर बनाया है ये सबसे बेहतरीन पेंशन स्कीम है। आज उसका विरोध कांग्रेस कर रही है जबकि चुनावों से पहले ओपीएस चिल्लाने वाली कांग्रेस कर्नाटक और हिमाचल में लागू क्यों नहीं कर पा रही, सिंधिया ने कहा कि कांग्रेस सिर्फ विरोध नहीं करे कुछ काम भी करे, याद रखे मोदी जी की सरकार कामदारों की सरकार है और जनता सब देख रही है।
ग्वालियर से अतुल सक्सेना की रिपोर्ट