साध्वी प्रज्ञा ठाकुर के बयान पर मचा बवाल, कांग्रेस ने फूंका सांसद का पुतला

Atul Saxena
Published on -

सीहोर, अनुराग शर्मा।  भोपाल की भाजपा सांसद साध्वी प्रज्ञा ठाकुर (Sadhvi Pragya Thakur) के शूद्र वाले बयान पर सियासी पारा चढ़  गया हैं।  कांग्रेस ने सांसद प्रज्ञा ठाकुर के बयान पर कड़ी आपत्ति जताई है।बयान से गुस्साए कांग्रेस (Congress) नेताओं ने भाजपा सांसद प्रज्ञा ठाकुर का पुतला जलाया और उनके खिलाफ नारेबाजी कर आक्रोश जताया।

गौरतलब है कि क्षत्रिय महासभा के स्थापना दिवस कार्यक्रम में पिछले दिनों शामिल होने सीहोर पहुंची साध्वी प्रज्ञा ठाकुर  ने अपने भाषण में कहा था कि जब क्षत्रिय को क्षत्रिय कहते हैं तो बुरा नहीं  मानते, ब्राह्मण को ब्राह्मण कहते हैं  तो बुरा नहीं  मानते, मगर जब शूद्र  को शूद्र कहते हैं  तो बुरा मान जाते हैं , यह उनकी नासमझी है ।साध्वी इतने पर भी नहीं  रुकी और उन्होंने आगे कहा कि क्षत्रियों को ज्यादा बच्चे पैदा करने चाहिए। अगर ऐसा नहीं होता तो राष्ट्र की रक्षा कौन करेगा, इसलिए क्षत्रिय ज्यादा बच्चे पैदा करें और उन्हें सैनिक बनाएं। मीडिया से चर्चा के दौरान उन्होंने कहा कि देश में आरक्षण आर्थिक हालात पर आधारित हो, जो वास्तव में गरीब हैं उन्हें आरक्षण मिलना ही चाहिए। साध्वी ने वर्ण व्यवस्था की व्याख्या करते हुए यहां तक कह दिया कि क्षत्रिय बनिया , बनिया वैश्य और वैश्य शूद्र  बन गया है।साध्वी के  इस कथन का नगर में कड़ा विरोध हो रहा। विभिन्न सामाजिक संगठनों ने साध्वी के इस बयान पर कड़ी नाराजगी जाहिर की है। वही शूद्र  समाज में भी आक्रोश व्याप्त हो गया है और उन्होंने आंदोलन की तैयारी भी शुरू कर दी है। इसी क्रम में आज मंगलवार को जिला कांग्रेस कमेटी के कार्यकर्ताओं  ने भी अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए जोरदार नारेबाजी के बीच साध्वी प्रज्ञा ठाकुर का पुतला दहन किया।


About Author
Atul Saxena

Atul Saxena

पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ.... पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....