सीहोर पहुंचे शिवराज सिंह से लिपटकर रोने लगी ‘लाडली बहना’, भावुक हुए पूर्व मुख्यमंत्री

Shivraj

Sehore News: मध्य प्रदेश के सीहोर जिले में पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज चौहान विकसित भारत संकल्प यात्रा कार्यक्रम में शामिल होने के लिए पहुंचे। जहां एक बार फिर शिवराज सिंह चौहान को लाडली बहनों के समूह ने घेर लिया। जहां लाडली बहनों को हटाने में शिवराज चौहान की सुरक्षा में तैनात कर्मियों के पसीने निकल आए। आपको बता दें शिवराज सिंह चौहान का काफिला सीहोर जिले के सेकडाखेड़ी सड़क पर ज्यादा समय तक रूका रहा।

एक बार फिर रोती दिखी लाडली बहनें

आपको बता दें मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान विकसित भारत संकल्प यात्रा के कार्यक्रम में हिस्सा लेने के लिए शनिवार को सीहोर के टाउन हॉल में पहुंचे थे। शिवराज सिंह ने पहले गेट से जनसमूह का अभिवादन किया। जहां एक बार फिर लाडली बहनों ने उन्हें घेर लिया और रोने लगी। जिसके बाद शिवराज सिंह चौहान लाडली बहनों को रोता देख गाड़ी से उतरकर उनके सिर पर हाथ रख कर सांत्वना देने लगे। वहीं इस दौरान शिवराज सिंह के समर्थन में आंधी नहीं तूफान हैं, शिवराज सिंह चौहान हैं जमकर नारेबाजी हुई। वहीं लाडली बहनों को रोता देखकर शिवराज सिंह चौहान भी भावुक हो गए।


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Shashank Baranwal

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पत्रकारिता उन चुनिंदा पेशों में से है जो समाज को सार्थक रूप देने में सक्षम है। पत्रकार जितना ज्यादा अपने काम के प्रति ईमानदार होगा पत्रकारिता उतनी ही ज्यादा प्रखर और प्रभावकारी होगी। पत्रकारिता एक ऐसा क्षेत्र है जिसके जरिये हम मज़लूमों, शोषितों या वो लोग जो हाशिये पर है उनकी आवाज आसानी से उठा सकते हैं। पत्रकार समाज मे उतनी ही अहम भूमिका निभाता है जितना एक साहित्यकार, समाज विचारक। ये तीनों ही पुराने पूर्वाग्रह को तोड़ते हैं और अवचेतन समाज में चेतना जागृत करने का काम करते हैं। मशहूर शायर अकबर इलाहाबादी ने अपने इस शेर में बहुत सही तरीके से पत्रकारिता की भूमिका की बात कही है– खींचो न कमानों को न तलवार निकालो जब तोप मुक़ाबिल हो तो अख़बार निकालो मैं भी एक कलम का सिपाही हूँ और पत्रकारिता से जुड़ा हुआ हूँ। मुझे साहित्य में भी रुचि है । मैं एक समतामूलक समाज बनाने के लिये तत्पर हूँ।