प्राचीन मंदिर में पड़वा पर दूध चढ़ाने से बन जाता है तालाब, यह है परंपरा

सिहोर। दुनिया में जहां आदमी चाँद पर घर बसाने की राह पर चल रहा है, तो दूसरी ओर हमारे देश में अंधी परम्पराए रुकने का नाम ही नही ले रही है। ऐसे में किसानों और आदिवासियों द्वारा अपने पशुओं की समृद्धि और स्वास्थ्य की कामना में हजारों टन दूध सीहोर की  इछावर तहसील के  गाँव देवपुरा स्थित बाराखम्बा मंदिर में मौजूद भगवान पशुपतिनाथ की सिला पर  हर वर्ष दीपावली की पड़वा को चढ़ाया जाता है। 

हालात यह बनती है दूध की मोटी धारा लगातार मंदिर के पीछे एक दूध के तालाब का निर्माण कर देती है। शायद आप को सहसा भरोसा ना हो मगर प्राचीन मिथकों और अंधी परम्पराओं से जुड़ा एक अजीबोगरीब दस्तूर है की, किसान और आदिवासी अपने दुधारु पशुओं की समृद्धि और स्वास्थ्य के लिए उनका एक दिन का पूरा दूध इछावर तहसील के गाँव देवपुरा स्थित बाराह खम्बा मंदिर  में मौजूद भगवान पशुपतिनाथ की सिला पर हर वर्ष दीपावली की पड़वा को चढ़ाते है। वहीं  इस दिन दूध की एक बूंद का इस्तेमाल पशु मालिको के द्वारा नही किया जाता है। 


About Author
Avatar

Mp Breaking News