मामूली विवाद के चलते युवक की चाकुओं से गोदकर नृशंस हत्या 

Atul Saxena
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शहडोल, अखिलेश मिश्रा। शहर में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। जहाँ  मामूली विवाद के चलते एक युवक की कुछ लोगो ने चाकू से गोदकर निर्मम हत्या कर दी। हत्या  की खबर शहर में आग की तरह फ़ैल गई और शहर का माहौल बिगड़ने लगा। पुलिस ने   माहौल को देखते हुए 5 आरोपियों के खिलाफ मामला कायम कर लिया और एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया।

जानकारी के अनुसार कोतवाली थाना अंतर्गत  मोहन राम तालाब के समीप बीती रात पुरानी बस्ती में रहने वाला युवक वाहिद खान रास्ते से कहीं  जा रहा था तभी वहां खड़े कुछ लोगों  से किसी बात को लेकर विवाद होने लगा। थोड़ी देर में विवाद इतना ज्यादा बढ़ गया कि वहां मौजूद युवकों ने वाहिद पर चाकू से कई वार कर दिए और उसे अधमरा छोड़कर मौके से फरार हो गए। आनन फानन में वाहिद को जिला अस्पतला ले जाया गया जहां उसने दम तोड़ दिया। वाहिद की चाकू से गोदकर निर्मम हत्या की बात शहर में आग की तरह फैल गई और शहर का माहौल बिगाड़ने लगा । जिस पर कोतवाली पुलिस ने आनन फानन में मामले की पड़ताल कर दीपक सराफ,शुभम बत्रा, मिंटू चोरसिया,राजेश चौहान,सोनू चोरसिया के खिलाफ हत्या का  मामला  दर्ज कर लिया। पुलिस ने तत्परता दिखते हुए  एक आरोपी राजेश चौहान को गिरफ्तार कर लिया जिससे पूछताछ चल रही है।

आपको बता दे कि जिले का हृदय स्थल मोहन राम तालाब इन दिनों अपराधी प्रवत्ति के लोगों  के साथ साथ  नशेड़ियों का अड्डा बन चुका है । जहां दिन रात नशेड़ी नशा कर लोगो के साथ बत्तमीजी करते है । साथ ही कई घटनाओं को भी अंजाम दे चुके है।  जिसकी जनाकरी शहर के लोगों  ने शहडोल पुलिस को कई बार दे चुके बावजूद  इसके पुलिस ने इस तरफ कोई ध्यान नहीं दिया  जिसका नतीजा मामूली बात के चलते एक युवक की चाकू से गोदकर निर्मम हत्या कर दी गई।  जिसके बाद अब एक्शन मूड में आई शहडोल पुलिस उन हत्यारो की सरगर्मी से तलाश कर रही है ।


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पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ....पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....

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