करोड़ों की ठगी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश, बनाई थी फर्जी फर्म

शहडोल, अखिलेश मिश्रा। सामान्य व्यक्ति के लिए बैंकों से मिलने वाले ऋण की जटिल प्रक्रिया का फायदा उठाकर ऋण स्वीकृति को कमाई का जरिया बना ठगी का मामला सामने आया है। सुनियोजित ढंग से भोले भाले लोगों से करोड़ों की धोखाधड़ी वह ठगी करने वाले इस संगठित गिरोह का पर्दाफाश शहडोल पुलिस द्वारा किया गया है।

पिछले दिनों फरियादी बालकरण बैगा ने थाना कोतवाली में लिखित शिकायत प्रस्तुत की  थी कि अमित कुमार जैन, उसकी पत्नी योगिता जैन, अनूप कुमार शर्मा, अजय सेन, रविंद्र कुमार सेन, रोहित उर्फ मनीष सेन द्वारा उसके साथ गलत तरीके से कई अलग-अलग बैंकों से लोन स्वीकृत कराकर लोन से प्राप्त राशि को स्वयं हड़प लिया है। फरियादी बालकरण बैगा के अतिरिक्त अन्य और भी कई लोगों ने इस प्रकार की शिकायतें लिखाई थी। इन शिकायतों के की जांच करने पर पुलिस ने पाया कि आरोपी बड़े स्तर पर लोगों से ठगी कर रहे हैं।

विभिन्न शिकायतों की जांच के लिए शहडोल पुलिस द्वारा विशेष टीम का गठन किया गया। शिकायत आवेदनों का प्राथमिक परीक्षण करने पर प्रथम दृष्टया संज्ञेय अपराध पाए जाने से आपराधिक प्रकरण कायम कर विवेचना की जा रही है। थाना कोतवाली में 10 आवेदकों की ओर से प्रस्तुत शिकायत के आधार पर 3 आपराधिक प्रकरण दर्ज किए गए हैं। इसके अतिरिक्त थाना सुहागपुर एवं थाना सिंहपुर में भी एफआईआर दर्ज की गई है। अभी तक की विवेचना में 6 आरोपियों के खिलाफ करोड़ों की धोखाधड़ी के साक्ष्य सामने आए हैं। इसमें आरोपी अमित कुमार जैन, योगिता जैन, अनूप कुमार शर्मा, रविंद्र कुमार सेन, अजय सेन मनीष कुमार शामिल हैं।

आरोपियों द्वारा की गई धोखाधड़ी 
इन आरोपियों द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों में पदस्थ आदिवासी शिक्षकों से ठगी कर पैसे हड़प ले गए।
जमीन, शादी ब्याह, बीमारी, पुराना कर्ज पटाने, व्यवसाय में निवेश करने, वाहन क्रय कराने आदि के नाम पर सरलता से ऋण उपलब्ध कराने का प्रलोभन देकर लाखों रुपए के बैंक लोन स्वीकृत कराए जा रहे थे। स्वीकृत कराते समय हस्ताक्षरित ब्लैंक चेक आवेदक से ले लिया जाता था, जिसे लोन स्वीकृत होने के बाद  आरोपी नगद या अन्य तरीके से अपने खातों में आहरित कर लेते थे। आवेदक जब यह समझते कि उनके साथ धोखाधड़ी हो चुकी है तब  आरोपी उन्हें डरा धमकाकर एवं झूठे केस में फंसाने की धमकी देते थे। इसी कारण लोग शिकायत करने से भी कतराते थे। अमित जैन सहित यह आरोपी करोड़ों का लोन हड़प कर शहडोल छोड़कर देश से बाहर जाने की तैयारी में थे। इन्होने बाकायदा बैंक के ऋण राशि के हेरफेर के लिए फर्जी फर्म रजिस्ट्री कृत करा रखी थी। बीट्रान एलबी ट्रांस नाम की फर्म के नाम पर बैंक अकाउंट खुलवा रखे थे।

इन आरोपियों के बैंक खातों में 1 दिन में सौ से अधिक ट्रांजैक्शन होने पाए गए हैं।  कियोस्क संचालकों के खातों को भी इस हेरफेर के ट्रांजेक्शन के लिए शामिल करते थे। कई जमीनों एवं चल अचल संपत्ति में पैसों का निवेश कर लिया गया था । 65 लाख रुपए के ऋणों से संबंधित आवेदकों द्वारा हेराफेरी एवं धोखाधड़ी की शिकायत शहडोल पुलिस द्वारा विचाराधीन है। एडवांस एवं बड़े बिजनेस के नाम से भी इन आरोपियों ने कम पढ़े लिखे एवं आर्थिक रूप से मजबूर लोगों के दस्तावेजों के आधार पर कई लाख का घपला किया है। आरोपियों द्वारा अपने बचाव के लिए आवेदकों के नाम से फर्जी दस्तावेज, स्टांप पेपर एवं शपथ पत्र आदि तैयार किए गए थे। आरोपियों के कब्जे से फर्जी सील नकली स्टांप पेपर आदि बरामद हुए हैं। अमित जैन के पास एमबीए एवं एलएलबी की डिग्री हासिल की हुई हैं। अमित जैन के द्वारा लगभग 300 मामलों में लगभग 19 करोंड़ 50 लाख के लोन की हेराफेरी के तथ्य सामने आए हैं। अमित जैन की पत्नी योगिता जैन ने बीए की डिग्री हासिल की हुई है एवं खाटू इंटरप्राइजेज के नाम से नमकीन का व्यापार करती है ।

पूरी टीम होगी पुरस्कृत
आरोपियों को द्वारा किए जा रहे इस कारोबार को अभी नहीं पकड़ा गया होता तो शीघ्र ही इन के माध्यम से इंडस्ट्रियल लोन स्वीकृत कराया जाकर कई करोड़ के लोन राशि लेकर भागने की योजना तैयार थी। शहडोल पुलिस अधीक्षक द्वारा इस कार्य में लगी हुई टीम को विशेष रूप से पुरस्कृत करने की घोषणा की गई है ।


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श्रुति कुशवाहा

श्रुति कुशवाहा

2001 में माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय भोपाल से पत्रकारिता में स्नातकोत्तर (M.J, Masters of Journalism)। 2001 से 2013 तक ईटीवी हैदराबाद, सहारा न्यूज दिल्ली-भोपाल, लाइव इंडिया मुंबई में कार्य अनुभव। साहित्य पठन-पाठन में विशेष रूचि।

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